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नीमच

ओमिक्रॉन से निपटने को तैयार है इस जिले का स्वास्थ्य अमला

देश में कोरोना के नए वैरियंट को लेकर चिंता बढऩे लगी है। ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से ६ गुना अधिक ताकतवर है। इसको लेकर शासन स्तर पर अभी विशेष निर्देश तो कलेक्टर को प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन वैक्सीनेशन और टेस्टिंग बढ़ाने पर अधिक जोर देने को कहा गया है। कलेक्टर व सिविल सर्जन की मानें तो ओमिक्रॉन से निपटने के लिए वर्तमान में पूरी तैयारी है। पर्याप्त दवाइयां और ऑक्सीजन उपलब्ध है।

नीमचNov 29, 2021 / 10:30 pm

sachin trivedi

ओमिक्रॉन से निपटने को तैयार है इस जिले का स्वास्थ्य अमला

देश में कोरोना के नए वैरियंट को लेकर चिंता बढऩे लगी है। ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से ६ गुना अधिक ताकतवर है। इसको लेकर शासन स्तर पर अभी विशेष निर्देश तो कलेक्टर को प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन वैक्सीनेशन और टेस्टिंग बढ़ाने पर अधिक जोर देने को कहा गया है। कलेक्टर व सिविल सर्जन की मानें तो ओमिक्रॉन से निपटने के लिए वर्तमान में पूरी तैयारी है। पर्याप्त दवाइयां और ऑक्सीजन उपलब्ध है।

नीमच. देश में कोरोना के नए वैरियंट को लेकर चिंता बढऩे लगी है। ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से ६ गुना अधिक ताकतवर है। इसको लेकर शासन स्तर पर अभी विशेष निर्देश तो कलेक्टर को प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन वैक्सीनेशन और टेस्टिंग बढ़ाने पर अधिक जोर देने को कहा गया है। कलेक्टर व सिविल सर्जन की मानें तो ओमिक्रॉन से निपटने के लिए वर्तमान में पूरी तैयारी है। पर्याप्त दवाइयां और ऑक्सीजन उपलब्ध है।
सिविल सर्जन डॉ. अधीर मिश्रा ने बताया कि दूसरी लहर से जो अनुभव हुए हैं, इसके बाद हम किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कोरोना से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिविर इंजेक्शन, अन्य दवाइयां, ऑक्सीजन बेड सहित अन्य संसाधन उपलब्ध हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। दोनों ऑक्सीजन प्लांट संचालित हो रहे हैं। ट्रॉमा सेंटर के 80 बेड सीधे कनेक्ट हैं। नए आईसीयू के 10 बेड भी प्लांट से जुड़े हैं। ओल्ड आईसीयू में १५ से अधिक बेड, बच्चों के इंटेंसिव केयर यूनिट में 8 बेड, जिला चिकित्सालय पुलिस चौकी के पास 15 बेड की व्यवस्था है। वर्तमान में 125 से 150 बेड उपलब्ध हैं। आपातकालीन परिस्थितियों में इनको कोरोना मरीजों के लिए उपयोग किया जा सकता है। हां, स्टॉफ की कमी अवश्य है, लेकिन विषम परिस्थितियों में शासन से स्टाफ बढ़ाने को लेकर पत्राचार कर समस्या का हल निकाल लिया जाएगा।

 

जिले के 4 लाख 66 हजार लोगो को दोनों डोज पूर्ण
वैक्सीनेशन अभियान के तहत जिले के तीनों विकासखंड नीमच, जावद व मनासा में निरंतर टीके लगाए जा रहे हैं। कलेक्टर के निर्देशन में कार्ययोजना बनाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम, पुरुष बहुद्देशीय कार्यकर्ता, स्टाफ नर्स, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के दल बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचकर टीके लगा रहे हैं। सोमवार को 114 सेंटर पर टीकाकरण हुआ। नीमच में 36 केंद्रों, पालसोड़ा में 16, मनासा में 36 और जावद ब्लॉक में 26 केंद्रों पर टीकाकरण हुआ। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. संगीता भारती ने बताया कि अब तक जिले के 4 लाख 66 हजार लोगों ने दोनों डोज पूर्ण कर लिए हैं। इस तरह जिले की 74 प्रतिशत जनता ने जिम्मेदारी से वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है। सभी की पोर्टल पर एंट्री की गई।

 

आशंकित तीसरी लहर से बचाव के लिए दोनों डोज लगवाएं
जैसा कि तीसरी कोरोना की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में हर नागरिक को स्वयं को और परिवार के 18 से अधिक आयु के लोगों को दोनों डोज लगना जरूरी है। कलेक्टर ने सभी से अपील की है कि निर्धारित अवधि में कोविड के दोनों डोज लगवा लें और असुविधा से बचें। नजदीकी सेंटर पर टीका लग रहा है, वहां आधार, पहचान पत्र और मोबाइल नंबर लेकर टीका जरूर लगवाएं। सर्टिफिकेट के लिए कोविन पोर्टल पर मोबाइल नंबर दर्ज कर दोनों डोज लगने पर सीधे फाइनल सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं, जो कि कई जगहों पर आवश्यक होगा। सर्टिफिकेट संबंधी समस्या हो, तो जिलास्तरीय कंट्रोल रूम इ-दक्ष कार्यालय नीमच क्रमांक-2 स्कूल के पास में संपर्क करें।

 

ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने तैयार हैं हम
नये वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर विशेष निर्देश तो फिलहाल प्राप्त नहीं हुए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से स्कूलों का संचालन 50 फीसदी उपस्थिति के साथ करने और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कराने के लिए कहा है। उस पर अमल किया जा रहा है। वैक्सीनेशन में कोविड-19 के दूसरे डोज का लक्ष्य जल्द पूरा करने के निर्देश हैं। इसमें तेजी लाई गई है। जिले में 70 फीसदी लोगों को अब तक दोनों डोज लग चुके हैं। शासन स्तर से टेस्टिंग टारगेट बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। वर्तमान में औसत 500 लोगों की जांच की जा रही है। इसे बढ़ाकर पूर्ववत 950 प्रतिदिन किया जाएगा। वैक्सीनेशन के साथ टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी। ओमिक्रॉन की आशंका में जिला अस्पताल में सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हैं। कोरोना की सेकंड लेयर में कुछ हद तक ऑक्सीजन की समस्या सामने आई थी। वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है।
मयंक अग्रवाल, कलेक्टर

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