त्रिस्तरीय चुनाव कार्यक्रम
– पहले चरण में 6 जनवरी को नीमच जनपद क्षेत्र की 66 पंचायतों में चुनाव होंगे। 1 लाख 25 हजार 633 मतदाता मतदान करेंगे।
– दूसरे चरण में 28 जनवरी को जावद जनपद क्षेत्र की 73 पंचायतों में चुनाव होंगे। 1 लाख 30 हजार ***** मतदाता मतदान करेंगे।
– तीसरे चरण में 16 फरवरी को मनासा जनपद क्षेत्र की 97 पंचायतों में चुनाव होंगे। 1 लाख 51 हजार 66 मतदाता मतदान करेंगे।
सरपंच 2000 और पंच 400 में लड़ सकेंगे चुनाव
चुनाव आयोग के अनुसार इस बार ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की व्यवस्था भी रहेगी। जिला पंचायत सदस्य के लिए 8000, जनपद सदस्य के लिए 4000, सरपंच के लिए 2000, पंच के लिए 400 रुपए नामांकन शुल्क होगा। पहले चरण केे लिए 13 दिसंबर को निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन होगा। 20 तक नामांकन जमा होंगे। 21 को जांच और 23 दिसंबर तक नाम वापसी होगी व चुनाव चिह्न दिए जाएंगे।
नवगठित 38 पंचायत का फिर हुआ विलय
तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर परिसीमन कर जिले ने 38 नई पंचायतों का गठन कर दिया था, जिसके बाद जिले में संख्या 236 से बढ़कर 275 हो गई थी, लेकिन चुनाव की घोषणा के पूर्व शिवराज सरकार ने कमलनाथ सरकार कार्यकाल में हुए परिसीमन को निरस्त कर दिया था। इसके कारण नवगठित ग्राम पंचायतों को फिर पुरानी पंचायतों में विलय हो गया है। अब जिले में पूर्व परिसीमन के आधार पर 236 ग्राम पंचायतों मं ही चुनाव संपन्न होंगे।
सरकार के निर्णय ने बिगाड़ा गणित
परिसीमन निरस्त होने का असर सरपंच, जिला पंचायत और जनपद सदस्य के चुनाव पर पड़ा है। हालात यह है कि पूर्व परिसीमन के आधार पर जो लोग सरपंच, जिला पंचायत और जनपद सदस्य के चुनाव तैयारी कर रहे थे। परिसीमन निरस्त होने से उन्हें बड़ा झटका लगा है।
तैयारियां की जा रही हैं
जिले में पंचायतों के चुनाव की तिथि निर्धारित हो गई है। तीन चरणों में चुनाव होंगे। कोरोना की तीसरी लहर भी बढ़ रही है, लेकिन चुनाव आयोग की निर्धारित तिथि के अनुसार चुनाव कराने की तैयारियां की जा रही हैं।
गुरुप्रसाद, सीइओ जिला पंचायत, नीमच