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यहां तीन तक भूखे प्यासे बैठी रहीं महिलाएं

locationनीमचPublished: Feb 20, 2020 12:58:20 pm

Submitted by:

Mukesh Sharaiya

तीसरे दिन रैली के रूप में पहुंची कलेक्टोरेटमुख्यमंत्री के नाम सौंपा नायब तहसीलदार को ज्ञापन

Neemuch

रैली के रूप में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पहुंची कलेक्टोरेट।

नीमच. आशा उषा सहयोगिनी एकता यूनियन मध्य प्रदेश सीटू के आह्वान पर आशा-उषा कार्यकर्ता व सहयोगी तीन दिन तक भूख हड़ताल पर रहे। बुधवार को रैली के रूप में कार्यकर्ता व सहयोगी कलेक्टोरेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
यूनियन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर नीमच अंचल की आशा और आशा सहयोगिनी भी क्रमिक भूख हड़ताल कर रही थीं। यूनियन की राज्य उपाध्यक्ष कांता हीर और सचिव अनीता गर्ग ने बताया कि बुधवार को भूख हड़ताल के तीसरे दिन यूनियन की जिलाध्यक्ष कृष्णा कांटे और पदमा चौहान को दोपहर 12 बजे भूख हड़ताल से उठाया गया। दोपहर 2 बजे कलेक्टोरेट पहुंचकर नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के पहले आशा कार्यकर्ताओं ने एक रैली भी निकाली। ज्ञापन में बताया गया कि प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं स्वास्थ्य विभाग में निचले स्तर पर सबसे अधिक सक्रिय रूप से काम करने वाली प्रशिक्षित आशा उषा एवं सहयोगी प्रदेश में मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु को रोकने बीमारियों की रोकथाम एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी योजनाओं व अभियानों को आम जनता के बीच ले जाने का काम कर रही हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि भीषण महंगाई के दौर में आशाओं को सरकार द्वारा केवल 2 हजार रुपए मासिक प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जा रहा है। यह राशि बेहद अल्प है। केरल में 18 हजार रुपए, हरियाणा में 6 हजार 500 रुपए और आंध्र प्रदेश में 10 हजार रुपए सहित अधिकांश राज्य सरकारें आशाओं को अपनी ओर से अतिरिक्त वेतन दे रही हंै। केवल मध्य प्रदेश सरकार अपनी ओर से आशा सहयोगियों और आशाओं को कुछ नहीं देती है। यह बेहद अन्याय पूर्ण है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि आशा उषा सहयोगियों को मध्य प्रदेश सरकार की ओर से कुशल एवं सहयोगी को उच्चतम कुशल श्रमिक के वेतन के बराबर मानदेय अतिरिक्त वेतन तत्काल दिया जाए। आशा उषा सहयोगियों को श्रमिक का दर्जा न्यूनतम वेतनए भविष्य निधि, ईएसआई, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिया जाए। न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपए निर्धारित किया जाए। आशा उषा की प्रोत्साहन राशि की पूरी राशि एवं सहयोगियों के मानदेय को प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में नियमित रूप से भुगतान कराया जाए। आशा उषा सहयोगियों को आंगनवाड़ीकर्मियों के बराबर भुगतान सहित प्रसूति अवकाश, आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, त्यौहार एवं अन्य अवकाश प्रदान किए जाएं सहित अन्य मांगे शामिल थी। ज्ञापन से पूर्व हुई भूख हड़ताल स्थल पर सभा को कामरेड किशोर जवेरिया, कामरेड वसीम पठान, घनश्याम जुनो, कामरेड निरंजन गुप्त राही, कामरेड सुनील शर्मा, कामरेड गोपाल राठौर, कामरेड शैलेंद्र ठाकुर आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर यूनियन की उषा तिवारी, गायत्री खारोल, शर्मिला जैन, कांता अहीर, मधु शुक्ला, नीतू जाटव, शीला राठौर, शिवकन्या पाटीदार, अंजू मीणा, पूनम शर्मा, हनसा कांटे, हेमलता मुन्नी भील सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं उपस्थित थीं।
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