नीमच जावद फंटा स्थित नाकोड़ा लुब्रीकेंट फैक्ट्री के संचालक मोहित बंसल ने शिकायत में बताया है कि उनकी फैक्ट्री मेसर्स नाकोड़ा में बायलर में लकड़ी या कोयला का उपयोग न करके हम फ्यूल ऑयल के बनरल से बॉयलर चलाते है। जिसके कारण हमारी चिमनी से बिल्कुल भी धुआं नहीं निकलता है। चिमनी के पास फैक्ट्री के पीछे तीन जगह की हवा व पोल्युशन की जांच करवाई है। जिसमें किसी प्रकार का प्रदूषण होना नहीं पाया गया है। जिसकी जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है। उन्होंने बताया कि वह काले तेल को फिल्टर में किसी भी केमिकल या रसायन का उपयोग नहीं करते है। वह अर्थ मुक्र्सक्ल के द्वारा ऑयल को फिल्टर करते है। जिस कारण न तो धुआं निकलता है और न ही आंखों में जलन होती है। वहीं फैक्ट्री से निकलने वाला पानी में कोर्ठ भी तेल या अन्य केमिकल मिक्स नहीं होता है। पानी की जांच की रिपोर्ट भी सौंपी है। फैक्ट्री से २५ लोगों को रोजगार मिलाता है, जिससे उन लोगों के परिवारों का भरण पोषण होता है। फैक्ट्री का संचालन पूरी तरह से वैधानिक रूप से किया जा रहा है। जिसकी जांच कभी भी निरीक्षण कर की जा सकती है। उसके बाद भी गांव के कुछ लोग उन पर जबरन दबाव बनाकर ब्लेकमेल कर रहे है। जिससे वह काफी प्रताडि़त है। खासकर होटल का मालिक देवीलाल दवे द्वारा पास के कुुआं वाले राजेंद्र पाटीदार, चेनराम धनगर, मुकेश पाटीदार, बाबूलाल जेन, दिनेश पाटीदार, देवीलाल पाटीदार फैक्ट्री पर ताला लगाने को धमका रहे है। अब तो फोन राजेंद्र पाटीदार २५ लाख रुपए की मांग कर रहा है। जिसकी रिकॉडिंग भी की है। वहीं संचालक द्वारा रकम अधिक बताने पर कह रहा है कि कम से कम १३ लाख रुपए तो देने पड़ेगे। उसके बाद हम तुम्हारा विरोध नहीं करेंगे।
सीसीटीवी कैमरे तक हटवा दिए
फैक्ट्री की सिक्युरिटी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे ताकि कोर्ठ पीछे से गलत इरादे से फैक्ट्री में प्रवेश नहीं कर सके। इस पर भी इन लोगों ने आपत्ति करते हुए गलत नियती का इल्जाम लगा दिया, ताकि इनकी चोरी न पकड़ी जाए। फैक्ट्री में पानी सप्लाई करने वाले को भी यहां आने से रोकते है और धमकाते है। वहीं गांव में झूठी अफवाह फैला कर माहौल बना रहे है कि कुएं में ऑयल आया है। जिससे फैक्ट्री को बंद किया जाए। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है।