उच्च न्यायालय इंदौर की खंडपीठ में लगाई गई याचिका में मप्र सरकार की ओर से जवाब देते नहीं बन रहा है। सरकार की ओर से फिर जवाब पेश करने के लिए उच्च न्यायालय से चार हफ्ते की मोहलत मांगी गई है। इधर याचिकाकर्ता आकाश चौहान ने उच्च न्यायालय खंडपीठ के समक्ष निवेदन किया कि लगातार जवाब पेश करने में की जा रही कोताही दर्शाती है कि मध्यप्रदेश की सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के दावों के प्रति कितनी संवेदनशील है।
इस प्रकरण की अगली सुनवाई ५ मार्च को होगी।