टीमलीज के को-फाउंडर और एग्जिक्युटिव वीपी, रितुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि ये असर मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया का है। और आगे बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 2.5 साल बाद रोजगार के अवसर अधिक होंगे। इस दौरान रोजगार के स्कोर 2 फीसदी बढ़ने की उम्मीद भी है।
दरअसल अर्थव्यवस्था में सुधार के कारण रोजगार बढ़ेंगे। साथ ही निजी और विदेशी निवेश बढ़ने से भी रोजगार पर असर होगा। मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया से रोजगार में ग्रोथ की उम्मीद है। टीमलीज के को-फाउंडर रितुपर्णा चक्रवर्ती का कहना है कि फार्मा, टेलीकॉम, आईटी, ई-कॉमर्स और हेल्थकेयर जैसी सेक्टरों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
रितुपर्णा चक्रवर्ती ने आगे कहा कि अगले 6 महीने के दौरान एंट्री लेवल हायरिंग कम होगी, तो दूसरी तरफ ज्यादा हायरिंग मिडल और सीनियर लेवल पर देखने को मिलेगी। दरअसल पिछली 2 तिमाहीयों में एंट्री लेवल में बड़े पैमाने पर हायरिंग होने की वजह से इस सेगमेंट के रोजगार में कमी रहने की आशंका फिलहाल है। पिछले छह महीने में किएफएमसीजी, आईटी और ई-कॉमर्स जैसी कुछ सेक्टरों में रोजगार नहीं बढ़ी हैं। साथ ही इंटरनेट स्टार्टअप और रिटेल में भी नौकरियां नहीं बढ़ी हैं। मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रा में भी नौकरियां नहीं बढ़ी हैं। लेकिन अब लगातार 2.5 साल के ग्रोथ के बाद जॉब मार्केट इस तरह के सुधार देखने को मिला है।