ब्रिटेन के बायो बैंक प्रोजेक्ट के तहत इस अध्ययन में लोगों से खान-पान के बारे में कई सवाल पूछे गए। इनमें सबसे अहम सवाल था कि क्या वे भोजन में अतिरिक्त नमक मिलाते हैं। अध्ययन के नतीजों से पता चला कि जो लोग अतिरिक्त नमक मिलाते थे, उनमें जीवन प्रत्याशा बाकी लोगों से कम रही। अतिरिक्त नमक से परहेज करने वालों की उम्र ज्यादा पाई गई। विशेषज्ञों ने बताया कि भोजन में अतिरिक्त नमक मिलाना आम आदत है। इस आदत के नतीजे देर से सामने आते हैं। तब तक मामला हाथ से निकल चुका होता है।
डिब्बाबंद सामग्री से ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है, पैकेट व डिब्बाबंद खाद्य सामग्री सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। ऐसी सामग्री में सोडियम की मात्रा मापना आसान नहीं है। प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री में ज्यादा नमक की आशंका बनी रहती है।
अपनी तरह का पहला अध्ययन
अमरीकी स्वास्थ्य विशेषज्ञ लू ने कहा, यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है, जो अतिरिक्त नमक से असमय मौत के प्रति आगाह करता है। भोजन में नमक की मात्रा घटाना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।