चप्पल से मिला सुराग
सोमवार को पुलिस और फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी(एफएसएल) की टीम इस बात की जांच करने मयंक सिंघवी के घर पहुंची की आखिर सच में मामला क्या है? क्या सच में यह आत्महत्या का मामला है या हत्या का। इसके बाद जांच टीम ने बताया कि अनिसिया ने छत पर से जिस जगह से गिरी थी वहां पर उसकी चप्पल की जोड़ी मिली। उनमें से एक चप्पल सीधी थी, जबकि दूसरी उल्टी। एक सीधी और एक उल्टी चप्पलों से जांच टीम ने यह अनुमान लगाया कि यह हत्या का मामला हो सकता है, क्योंकि अगर उसे आत्महत्या ही करनी थी तो ऐसी क्या बदहवासी या जल्दी थी कि उसने ऐसे चप्पल खोला कि एक सीधी और दूसरी उल्टी मिली। क्योंकि चप्पल सीधी और उल्टी इसी दशा में हो सकती है, जब वहां पर जोर जबरदस्ती हुई हो। उस हालत में पैर से निकली चप्पल उलट गई हो। या फिर उसे इस तरह धोखे से गिराया गया हो कि उसे संभलने का मौका ही न मिला हो। इस हालत में पैर से निकल कर चप्पल उल्टी हो गई हो।
अदालत ने मयंक को भेजा 14 दिन के ज्यूडिशियल कस्टडी में
बता दें कि आज मंगलवार को पुलिस ने मयंक को अदालत में पेश किया था, जहां से अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने करवाया दोबारा पोस्टमॉर्टम
बता दें कि इस बीच पुलिस ने अनिसिया के शव का दोबारा पोस्टमार्टम भी करवाया है और इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई है। इसके साथ ही पुलिस ने विसरा जांच के लिए विसरा का नमूना भी लिया है। हालांकि मयंक सिंघवी का अब भी यही कहना है कि अनिसिया की हत्या नहीं आत्महत्या हुई है, जबकि अनिसिया के घरवाले इस बात पर डटे हुए हैं कि उसकी दहेज हत्या हुई है और उसे उसके पति ने ही मारा है।