
वॉशिंगटन. अमरीकी वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर के नीचे धरती के अनोखे भीमकाय स्लैब का पता लगाया है। इससे मालूम किया जा सकता है कि इस इलाके में दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली महासागरीय रिज (चोटी) क्यों बन रही है। इस रिज को 'ईस्ट पैसिफिक राइज' नाम से जाना जाता है। सीस्मिक (भूकंपीय) डेटा की मदद से मेरीलैंड यूनिवर्सिटी के भू-वैज्ञानिकों ने गहराई में दबे प्राचीन समुद्री स्लैब की खोज की। डायनासोरों के समय का यह स्लैब रिज का फैलाव बढ़ा रहा है।
साइंस एडवांसेज जर्नल में छपे शोध के मुताबिक सीस्मिक मैप बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने जमीन में ध्वनि तरंगें भेजीं। उन्होंने नाजका प्लेट के नीचे धीमी रफ्तार से घूमती परत के अजीब तरह के गोले की पहचान की, जो दक्षिण अमरीका की महाद्वीपीय प्लेट की सीमा पर है। पृथ्वी का ज्यादातर भाग गर्म सिलिकेट चट्टानों से बना है, जो ठंडी बाहरी परत और झुलसाने वाली गर्म कोर (सतह) के बीच हैं।
समुद्र तल के जीवाश्म के फिंगरप्रिंट जैसा...
शोध के मुख्य लेखक जिंगचुआन वांग का कहना है खोजा गया टुकड़ा समुद्र तल के प्राचीन जीवाश्म के फिंगरप्रिंट जैसा है। यह करीब 2,500 लाख साल पहले समुद्र तल में समा गया था। यह हमें पृथ्वी के अतीत की ऐसी झलक दे रहा है, जो हमने पहले कभी नहीं देखी थी।
ठंडा और सघन
शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रशांत महासागर के इस क्षेत्र में पदार्थ अपेक्षा से करीब आधी गति से डूब रहा था। इससे पता चलता है कि मेंटल ट्रांजीशन जोन बैरियर का काम कर सकता है और पृथ्वी के जरिए पदार्थ की गति को धीमा कर सकता है। खोजा गया स्लैब आसपास के क्षेत्रों की दूसरी संरचनाओं के मुकाबले ज्यादा ठंडा और सघन है।
Published on:
02 Oct 2024 12:47 am
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