एक चैट ऐप तस्वीरों या मीडिया फ़ाइलों तक पहुंचने की अनुमति मांग सकता है, ताकि आप उन्हें अपने संपर्कों के साथ साझा कर सकें। लेकिन अगर वह आपकी लोकेशन मांगने लगे सावधान होना चाहिए। एक गेमिंग ऐप जानना चाहेगा कि आपको फ़ोन कॉल कब आती है ताकि वह रुक सके। लेकिन वह आपके मैसेज या लोकेशन की परमिशन मांगे तो आपको सोचना होगा कि आखिर यह क्यों मांग रहा है। बैंकिंग सेक्टर में भी कुछ यही हो रहा है। जरूरी अनुमतियों के साथ गैर जरूरी जैसे डिवाइस और एप हिस्ट्री, माइक्रोफोन, कैंलेंडर, मीडिया फाइल जैसी दूसरी परमिशन भी ली जा रही हैं।
बैंकिंग सेक्टर के एप में पेटीएम अकेला ऐसा एप है जो सबसे ज्यादा परमिशन मांग रहा है। वह फोन रिकॉर्ड करने से लेकर फोटो, मीडिया फाइल तक में छेड़छाड़ की अनुमति यूजर से ले रहा है। वहीं दूसरे नंबर पर फोन पे है। बैंक के एप भी इस काम में पीछे नहीं हैं, वह भी कई तरह की अनुमतियां मांग रहे हैं। वह भी उस दौर में जब कोई भी कंपनी डाटा के सुरक्षित बने रहने की गारंटी नहीं देती है।
1. नवंबर 2019 — अलीबाबा ईकॉमर्स कंपनी से 1.1 बिलियन यूजर का डेटा लीक
2. जून 2021 — सोशल मीडिया लिंक्डइन से 700 मिलियन का डेटा लीक
3. मार्च 2020 — चीन की सोशल मीडिया कंपनी सीना वीबो से 538 मिलियन का डेटा लीक
4. अप्रेल 2019 — सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक से 533 मिलियन का डेटा लीक
5. सितंबर 2018 — होटल कंपनी मेरियट इंटरनेशनल से 500 मिलियन का डेटा लीक
एंडराइड ने खुद इन नौ परमिशन को खतरनाक और संवेदनशील माना है। इनका उपयोग सिर्फ जरूरी एप को ही करने की मंजूरी दी जानी चाहिए। लेकिन आज लगभग हर एप यह परमिशन यूजर से ले रहा है। जानिए आखिर क्यों खतरनाक हैं यह परमिशन।
1. बॉडी सेंसर
केवल फिटनेस एप को इसकी जरूरत। दूसरे एप इसके जरिए आपका हेल्थ डेटा चुरा सकते हैं। 2. कैलेंडर
सोशल मीडिया एप आपके लिए पसंदीदा इवेंट को कैलेेडर में फिक्स कर देते हैं, लेकिन दूसरे एप इसके जरिए आपके रूटीन की जानकारी इकठ्ठा करते हैं।
इसकी जरूरत कुछ एप में होती है, बार कोड स्कैन से लेकर दूसरे कामों के लिए। लेकिन इसके जरिए आपके आसपास की वीडियो जासूसी भी संभव। साथ में आपका कैमरा डेटा भी कंपनी के साथ शेयर होता है।
आपके कॉन्टेक्ट्स लिस्ट में शामिल लोगों का डेटा चोरी होने और उसका दुरुपयोग होने का डर। 5. जीपीएस लोकेशन
आपके डेली रुटीन और जगहों के बारे में जानकारी इकठ्ठा हो सकती है, जहां आप जा रहे हैं उसकी पूरी जानकारी इकठ्ठा हो रही है।
आपके आसपास की बातों को सुना जा रहा है, भले ही आपका एप बंद हो। आपकी निजी जिंदगी में सीधी ताकाझांकी। 7. कॉलिंग
इसके जरिए भी आपकी बातों को बिना आपकी जानकारी के सुना जा सकता है। आपकी कॉलिंग लिस्ट की जानकारी इकठ्ठा हो सकती है।
आपके निजी संदेशों को भी पढ़ने की क्षमता, इसके दुरुपयोग की पूरी संभावना। 9. स्टोरेज
आपके स्टोरेज में मौजूद हर चीज को पढ़ने, देखने की क्षमता, ऐसे में इसके दुरुपयोग की पूरी संभावना।
टोनी एन्सकोर्ब, सीनियर सिक्योरिटी एक्सपर्ट एवीजी मोबाइल
वरुण तन्खा, सीनियर एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट