scriptDelhi: शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप की सीएम केजरीवाल ने की शुरुआत, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने किया रक्तदान | blood donation drive launches on Shaheed Bhagat Singh birthdate | Patrika News

Delhi: शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप की सीएम केजरीवाल ने की शुरुआत, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने किया रक्तदान

locationनई दिल्लीPublished: Sep 28, 2022 10:08:38 pm

Submitted by:

Rahul Manav

शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ब्लड डोनेशन कैंप की शुरुआत की। इस अवसर पर दिल्ली में 73 जगहों पर रक्तदान शिविर लगाए गए। इन शिविरों में काफी संख्या में लोग रक्तदान देने आए। दिल्ली सरकार की तरफ से पूरी दिल्ली में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया। कॉलेज में रक्तदान शिविर भी लगाया गया। जिसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी रक्तदान किया।

Delhi: शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप की सीएम केजरीवाल ने की शुरुआत, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने किया रक्तदान

शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ब्लड डोनेशन कैंप की शुरुआत की। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी कैंप में रक्तदान किया।

इस कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल ने कहा कि शहीद भगत सिंह 23 साल की उम्र में फांसी पर लटक गए। तब से लेकर आज तक उन्होंने युवाओं को खूब प्रेरित किया। हम लोगों ने पहली बार ब्लड डोनेशन कैंप से शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाने की शुरुआत की है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम लोगों को इस तरह का कैंपेन चलाना चाहिए। जिससे कि लगातार पूरे साल लोग रक्तदान के लिए प्रेरित होते रहें। अगर हमने अगले पांच साल में शिक्षा व स्वास्थ्य को अच्छा कर दिया, तो नेताओं की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोग ही अपने देश को बहुत आगे ले जाएंगे। दिल्ली में पांच साल में स्कूल और अस्पताल ठीक हो गए, तो देश भर में भी ठीक हो सकते हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम सब 130 करोड़ भारतीयों को एक साथ मिलकर भगत सिंह के सपनों का भारत बनाना है और भारत को दुनिया का नंबर-1 देश बनाना है। इस अवसर पर दिल्ली सरकार की तरफ से पूरी दिल्ली में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। स्टेट ब्लड सेल की सीमा कपूर ने ब्लड डोनेशन कैंप अभियान का संक्षिप्त परिचय दिया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, विधायक आतिशी, स्वास्थ्य सचिव अमित सिंगला समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
Delhi: शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप की सीएम केजरीवाल ने की शुरुआत, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने किया रक्तदान
ब्लड डोनेशन पुण्य और देशभक्ति है काम – केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्म दिवस की देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि एलएनजेपी की पूरी टीम को कोरोना काल के दौरान बेहद शानदार काम किया। कई सारे ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें एलएनजेपी अस्पताल दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में नंबर वन था। कोरोना काल के दौरान एलएनजेपी ने प्रेग्नेंसी भी सबसे ज्यादा हैंडल की थी। साथ ही, डॉयलसिस की जरूरत पड़ने पर उसका भी इंतजाम किया। कोरोना के दौरान सभी डॉक्टर, नर्सेंज और पैरामेडिक्स स्टॉफ ने अपनी जान दांव पर लगाकर शानदार काम किया। उन्होंने कहा कि आज हम लोग शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मना रहे हैं। उनका जीवन बहुत प्रेरणादायी है। मात्र 23 साल की उम्र में वो फांसी पर लटक गए। तब से लेकर आज तक उन्होंने इस देश के युवाओं को खूब प्रेरित किया। जब हम शहीद भगत सिंह की शहादत के बारे में पढ़ते और सुनते हैं, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ब्लड डोनेशन पुण्य का काम भी है और देशभक्ति भी है। हम लोगों ने पहली बार ब्लड डोनेशन कैंप से शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाने की शुरुआत की है। पूरी दिल्ली में करीब 73 जगहों पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाए गए हैं। यह एक शुरुआत है। अगले साल इसको और भव्य तरीके से किया जाएगा।
दिल्ली में ब्लड डोनेशन को एक कल्चर के रूप में शुरू कर सकते हैं – केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रक्तदान करने को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है। जानकारी मिल रही है कि रक्तदान शिविर में लोगों की काफी भीड़ लगी हुई है। यह बहुत अच्छी बात है। हमने कभी रक्तदान को बढ़ावा नहीं दिया। अब जब हम लोग इसको बढ़ावा दे रहे हैं और लोगों से कह रहे हैं, तो ऐसा लगता है कि लोग रक्तदान के लिए तैयार है। सिर्फ लोगों को एक बार कहने की जरूरत है। वरना तो भागदौड़ की जिंदगी में किसी को ध्यान ही नहीं रहता है कि रक्तदान भी करना है। डिप्टी सीएम का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन एक से डेढ़ हजार लोग ही ब्लड डोनेट करते हैं। इनमें से भी कई ऐसे लोग होते हैं, जिनके मरीज हैं। मुझे लगता है कि अपनी दिल्ली में ब्लड डोनेशन को एक कल्चर के रूप में शुरू कर सकते हैं। हम केवल एक दिन ब्लड डोनेट कर रहे हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। एक मुहिम की तरह लगातार साल भर लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करते रहें, इस तरह का अब हम लोगों को कैंपेन चलाना है।
स्वस्थ लोग साल में कम से कम दो बार रक्तदान करें

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हर तीन महीने में एक व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने के 15 मिनट बाद आप सामान्य हो जाते हैं। रक्तदान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है। कहा जाता है कि हर तीन महीने में रक्तदान करने से शरीर में ताजा ब्लड बनता है, जो सेहत के लिए अच्छा होता है। इस तरह एक स्वस्थ व्यक्ति साल भर में चार बार रक्तदान कर सकता है। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी स्वस्थ लोगों से साल में कम से कम दो बार अवश्य रक्तदान करने का प्रण लेने की अपील की। मेरा भी रक्तदान करने का मन था, लेकिन मुझे डायबिटीज है, इसलिए मेरी मजबूरी है कि मैं रक्तदान नहीं कर सकता। मुझे काफी ज्यादा शुगर रहती है। मेरा ब्लड किसी के काम नहीं आएगा। मैं अपने आप को इस मामले में अभागा मानता हूं। मेरी अपील है कि ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान करें।
शहीद भगत सिंह को इस बात की चिंता थी कि अंग्रेजों के जाने के बाद हम कैसा देश बनाएंगे- केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन-जिन लोगों ने भगत सिंह के विचार और उनके जीवन को पढ़ा होगा, तो वे सब जानते हैं कि भगत सिंह जी को इस बात की चिंता नहीं थी कि अंग्रेज भारत को छोड़कर जाएंगे या नहीं जाएंगे। उनको यकीन था कि एक न एक दिन अंग्रेज जरूर भारत छोड़कर जाएंगे। उनको इस बात की ज्यादा चिंता थी कि अंग्रेजों के जाने के बाद हमारे देश में कैसी परिस्थिति होगी। अंग्रेजों के जाने के बाद हम कैसा अपना देश बनाएंगे? हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। भारत में पैदा होने वाले हर व्यक्ति के इलाज का इंतजाम होना चाहिए। हमारे देश के हर मजदूर और किसान को उसकी मेहनत का पूरा दाम मिलना चाहिए। यह कुछ बातें हैं, जो शहीद भगत सिंह जी के विचारों में पढ़ने को मिलती हैं।
सभी के लिए अच्छी शिक्षा और इलाज इंतजाम करके देश को ऊंचाइयों पर लेकर जा सकते हैं – केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश को आजाद हुए 75 साल हो गए हैं। इन 75 वर्षों में हमने कई सारी चीजें हासिल की, लेकिन कई सारी चीजें रह गई हैं। मुझे लगता है कि हमारे देश की सबसे बड़ी धरोहर हमारे देश के 130 करोड़ लोग हैं। हमारे देश के लोग बहुत ही प्रतिभाशाली और बुद्धिमान हैं और हमारे में बहुत क्षमता है। अगर हम सब लोगों को अच्छी शिक्षा और इलाज का इंतजाम कर दें, तो 130 करोड़ लोग मिलकर भारत को बहुत उंचाइयों पर लेकर जा सकते हैं। यह मेरा दिल कहता है। 75 साल तो बीत गए। अब देश की सारी सरकारें और सारे लोग मिलकर यह ठान लें कि हमें अगले 5 साल में अपने देश के अंदर शिक्षा का एक अच्छा सिस्टम बनाना है। दिल्ली में पांच साल में स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिक ठीक हो गए। दिल्ली की तरह पूरे देश में भी स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक ठीक हो सकते हैं। अगर हम एक देश के तौर पर यह तय कर लें कि युद्ध स्तर पर देश के सारे स्कूल ठीक कर शिक्षा अच्छी करनी है। अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा और अपने लोगों को अच्छा इलाज मुहैया कराना है, तो मुझे लगता है कि हम अगले पांच साल में यह कर सकते हैं। अगर हमने पांच साल में शिक्षा और स्वास्थ्य को अच्छा कर लिया तो मैं समझता हूं कि नेताओं की जरूरत नहीं पड़ेगी, लोग ही अपने देश को बहुत आगे ले जाएंगे।

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