सूरत के ओएनजीसी क्षेत्र में रेट स्नेक बीमार हालत में दिकांश परमार को मिला था, जो वीएनएसजीयू के जूलॉजी विभाग से पीएचडी कर रहे हैं। दिकांश ने रेट स्नेक का एक्स-रे करवाया तो इस पर सांप के पेट में होम्योपैथिक दवाई की बॉटल जैसा कुछ दिखाई दिया। सांप के पेट से होम्योपैथिक दवाई की पांच बॉटल निकलीं। बाद में सांप को जंगल में छोड़ दिया गया। इसी प्रकार पीपलोद में ट्रिंकेट स्नेक (रूप सुंदरी) मरणासन्न हालत में मिला। उसके पेट में ऑडियो कैसेट की लंबी टेप मिली। टेप बाहर निकालकर सांप की जान बचाई गई। शोध पेपर के मुताबिक वन्य जीवों के साथ पानी में रहने वाले जीवों और पक्षियों के लिए भी प्लास्टिक बेहद खतरनाक है।
चूहे की गंध आई तो निगल गया
दिकांश व ब्रजेश पटेल के शोध में पता चला कि रेट स्नेक के पेट में जो पांच बॉटल मिलीं, उनसे चूहे की गंध आ रही थी। गंध से आकर्षित होकर सांप प्लास्टिक की बॉटल निगल गया। ट्रिंकेट स्नेक (रूप सुंदरी) के पेट से निकली ऑडियो कैसेट की टेप पर छोटे जीवों की गंध मिली।