अप्रैल में इंटरपोल में शामिल हुई थी सीबीआइसीबीआइ अप्रैल में इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण रोधी डेटाबेस का हिस्सा बनी थी। इससे अत्याधुनिक एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से आरोपियों की पहचान जल्द हो सकेगी। इस समूह में 67 देशों की एजेंसियों हैं, जो डेटाबेस से जुड़ी हैं। यह सॉफ्टवेयर जांच अधिकारियों के बीच जानकारी साझा करने में मदद करता है।
27 लाख से अधिक तस्वीरें और वीडियो वाला डेटाबेस है इंटरपोल के पास। 7 पीडि़तों की एक दिन में पहचान करने में मदद करता है डेटाबेस। 27,000 से अधिक पीडि़तों की पहचान कर चुकी है डेटाबेस की मदद से।
12,000 से अधिक आरोपियों की भी पहचान की जा चुकी है। ऑपरेशन कार्बन के तहत 51 इंटरनेट समूहों का पर्दाफाश सीबीआई ने पिछले वर्ष बाल शोषण में शामिल लोगों और सीएसएएम (बच्चों से शोषण से जुड़ा कंटेंट) के वितरकों के एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया था, जो पेटीएम से प्राप्त भुगतान के साथ 60 वीडियो के लिए सिर्फ 10 रुपये में इंटरनेट मीडिया पर अवैध सामग्री बेच रहे थे। ऑपरेशन कार्बन कोड नाम से एजेंसी ने 51 इंटरनेट मीडिया ग्रुप का पर्दाफाश किया था, जिसमें 5700 आरोपी शामिल थे। इनके पास पांच लाख इंटरनेट मीडिया संदेश और 10 लाख संदिग्ध वीडियो संदेश मिले थे।