मुख्यमंत्री गहलोत और प्रभारी माकन चाहते हैं कि इस बार तीनों सीटों पर स्थानीय नेताओं को मौका दिया जाए। ऐसा करने से 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिल सकता है। वर्तमान में दूसरे प्रदेश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य है। जबकि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से बाहरी नेता राज्यसभा नहीं भेजे गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी अपने परंपरागत वोट को संभालने के लिए मुस्लिम और आदिवासी नेता को राज्यसभा भेज सकती है। इसके लिए पार्टी में कई नेताओं के नाम पर विचार चल रहा है।
राजस्थान के पूर्व मंत्री एमामुद्दीन अहमद उर्फ दुर्रू मियां, अश्क अली टांक, पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, ताराचंद भगौरा, राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने प्रभारी महासचिव से राज्यसभा चुनाव को लेकर मुलाकात की। वहीं पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा, रामेश्वर डूडी, संजय गुर्जर का नाम भी राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए चल रहा है।