सिपहसलारों पर हमला, पायलट बन सकते हैं सारथी 5 राज्यों में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के एक धड़े ने राहुल गांधी के नजदीकी नेताओं व सलाहकारों पर हमला बोला था।जबकि पायलट जितने गांधी परिवार के नजदीक है, उतने ही दूसरे नेता भी उन्हें अच्छा नेता मानते हैं। ऐसे में पायलट पद लिए बिना भी अहम रणनीतिकारों में शामिल होते दिख रहे हैं।
राजस्थान छोडऩे के इच्छुक नहीं पायलट के नजदीकी नेताओं का कहना है कि पायलट राजस्थान में रहकर ही पार्टी के लिए काम करने के इच्छुक है। इससे पहले भी पायलट ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड में पार्टी का प्रचार किया है। आगे भी वह राष्ट्रीय स्तर का पद लिए बिना पार्टी का काम करना चाहते हैं। गौरतलब है कि यूपी में प्रियंका गांधी के अलावा सबसे ज्यादा प्रचार पायलट ही करने गए थे। जबकि कई स्टार प्रचारक एक भी बार प्रचार में नहीं गए। पिछले दिनों सीडब्ल्यूसी की बैठक में प्रियंका ने पायलट की तारीफ भी की थी।
करौली का लिया फीडबैक सूत्रों ने बताया कि बैठक में राजस्थान में चल रही सियासी सरगर्मियों पर चर्चा की गई। राहुल व प्रियंका ने करौली (Karauli) की घटना व हाल में सरकार की ओर से लांच की गई योजनाओं का फीडबैक भी लिया। राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं होने की परिपाटी तोडऩे के लिए संगठन मजबूत करने पर जोर दिया गया।