हालांकि इस पर हुई चर्चा के दौरान ‘उत्तर-दक्षिण’ भी छाया रहा। राज्यसभा सदस्य व फिल्मी हस्ती जया बच्चन ने इस पर नाराजगी भी जताई। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तो ऑस्कर के बहाने भी भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि अब कहीं ऑस्कर का श्रेय भी सत्ताधारी पार्टी नहीं ले ले कि मोदीजी ने फिल्म को डायरेक्ट किया है।
दरअसल, राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को सदन की कार्रवाई शुरू होते ही कहा कि लॉस एंजिल्स में हुआ 95वां अकादमी अवार्ड समारोह हमारे लिए गौरव का पल था। कार्तिकी गोंजाल्वेस की पहली फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट फिल्म का ऑस्कर और एसएस राजमौली की फिल्म ‘आरआरआर’ में एमएम कीरावानी के संगीतबद्ध व चंद्राबोस के लिखे गीत ‘नाटू-नाटू’ को बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का ऑस्कर मिला है। इस जीत ने भारत में बनने वाले सिनेमा को एक नई पहचान दिलाई है। ये उपलब्धियां भारतीय कलाकारों की महान प्रतिभा, अपार रचनात्मकता और उनके पूर्ण समर्पण की वैश्विक सराहना को दर्शाती हैं।
सभापति ने विजेताओं को बधाई देते हुए इस पर चर्चा की इच्छा जताई। इसके बाद संसद में हंगामा होने लगा तो धनखड़ ने कहा कि कुछ मौकों पर हमें खुशी और सराहना को मोड में होना ही चाहिए। सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि ‘आरआरआर’ के पटकथा लेखक वीवी प्रसाद सदन के सदस्य हैं। हमें उन्हें भी बधाई देनी चाहिए। चर्चा में सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रह्लाद जोशी, प्रकाश जावड़ेकर, आरजेडी के मनोज झा, प्रियंका चतुर्वेदी समेत दो दर्जन से अधिक सांसदों ने हिस्सा लिया।
खरगे के तंज पर ठहाके
नेता प्रतिपक्ष खरगे ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि दोनों विजेता दक्षिण भारत से आते हैं। यह हमारे लिए गौरव का पल है। साथ ही उन्होंने तंज भी कस दिया कि कहीं भाजपा इसका श्रेय न ले ले कि गीत हमने लिखा है। फिल्म मोदी जी ने निर्देशित की है। इस पर सदन में कुछ देर के लिए ठहाके भी गूंजे, लेकिन कांग्रेस के जयराम रमेश ने चुटकी ले ली कि इन शब्दों को कार्रवाई से मत हटाइएगा।
उत्तर-दक्षिण पर खफा हुई जया
चर्चा के दौरान खरगे, वाइको, अन्नादुरैई व कुछ सदस्यों के ऑस्कर विजेता दक्षिण से होने की बात पर जया बच्चन खफा नजर आई। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत के लोग देश के अहम राजदूत हैं। ये मैटर नहीं करता है कि वे उत्तर, पूर्व, दक्षिण या पश्चिम के हैं। हम सभी भारतीय हैं। मुझे बेहद खुशी हो रही है कि हमारे फिल्म जगत ने कई बार देश का नेतृत्व किया है। सत्यजीत रे से लेकर अब तक। इस दौरान किसी ने टोका तो वे और नाराज हो गई और कहा कि ये बीच में टोकने की आजकल बीमारी होती जा रही है। जया ने कहा कि आवाज हमारे पास भी है तो धनखड़ ने उन्हें शांत कराने के लिए कहा कि मैडम आपकी आवाज नहीं, बुलंद आवाज है और हम इसे जानते हैं।
सोनल ने बताया कहां से आया नाटू-नाटू
राज्यसभा सदस्य प्रख्यात नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने भी चर्चा में भाग लिया और कहा कि ‘नाटू-नाटू’ शब्द नट व नटराज से आया है। यह नृत्य सभी ने देखा है और आज सारी दुनिया इस पर नाच रही है, यह हमारे लिए बहुत ही हर्ष की बात है।