दिल्ली: बारिश के बीच एक मकान की छत गिरी, सो रही मां व दो बेटी गंभीर रूप से घायल
अगले स्टेशन टूंडला में डॉक्टरों ने की जांच
आपको बता दें कि शीलू देवी अपने ससूर के साथ गाड़ी संख्या 12368 विक्रमशिला एक्सप्रेस से भागलपुर जा रही थी। इन दोनों ने आनंद विहार टर्मिनल से ट्रेन पकड़ी थी। एस-8 कोच में ये दोनों अपने निर्धारित सीट पर बैठे थे। तभी कुछ समय बाद अचानक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। यात्रियों ने इसकी सूचना तत्काल ट्रेन में तैनात कानपुर मुख्यालय के टीटीई सुरेश कोरी को दी कि कोच एस-8 के बर्थ संख्या 24 पर बैठी महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई है। इस पर टीटीई ने अगले स्टेशन टूंडला में नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी और मदद मांगी। इधर धीरे-धीरे महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी। इस बीच ट्रेन में सवार महिला यात्रियों ने ही सुझबूझ के जरिए ट्रेन में ही प्रसूता का प्रसव कराया। इसके लिए टीटीई ने प्रसव के लिए जरूरी सामान चादरें, पैंट्री कार से साफ पानी, बाल्टी, मग समेत अन्य सामानों की व्यवस्था कराई। टीटीई ने महिला यात्री की मदद के लिए अपने पास से और कोच में मौजूद यात्रियों के सहयोग से 6 हजार रुपए की आर्थिक मदद की। इसके बाद जब गाड़ी टूंडला स्टेशन पर पहुंची तो रेलवे डॉक्टर अभिषेक सिंह ने महिलाऔर नवजात शिशु का परीक्षण किया। महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जांच के बाद रेलवे कर्मियों ने उनलोगों को दूसरी गाड़ी में बिठाकर रवाना किया। इस कार्य के लिए उत्तर-मध्य रेलवे के जीएम रतन लाल ने टीटीई और रेलवे कर्मचारियों की सराहना की है।