दो वर्षों में हुई ईवी की बिक्री में बढ़ोतरी पिछले दो सालों में दिल्ली में 60,846 ईवी खरीदे जा चुके हैं। वर्ष 2021 में 25,809 ईवी खरीदे गए थे। वहीं, वर्ष 2022 में सात महीनों में 29,848 ईवी खरीद गए। वर्ष 2022 में सात महीनों में ही वर्ष 2021 की तुलना में 115 फीसदी ज्यादा ईवी की बिक्री हुई। साल के अंत तक और भी ज्यादा ईवी खरीदे जाने की उम्मीद है। दिल्ली के लोगों ने ईवी को अपनाना शुरू कर दिया है। जनता ईवी को अपनाने के बाद कल्चरल चेंज अपने आप आने लगता है। लोग पुराने वाहनों को छोड़कर ईवी की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली में 2022 में जितने भी वाहन खरीदे गए, उसकी तुलना में 9.3 फीसदी ईवी थे। सबसे ज्यादा टू-व्हीलर ईवी खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में टू-वीलर ईवी में 57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
स्लो चार्जिंग पर 3 रुपये, फास्ट चार्जिंग पर 10 रुपये प्रति यूनिट वसूला जाएगा उन्होंने कहा कि 150 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली सरकार खरीद चुकी है। 2023 वर्ष के अंत तक 2 हजार और नई ई-बसों को खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि डीटीसी के बस डिपो के अंदर सात ईवी चार्जिंग स्टेशन शुरू हो रहे हैं। पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर दो हजार इलेक्ट्रिक चार्जिंग पाइंट्स का संचालन हो रहा है। इसमें दो किस्म की चार्जिंग उपलब्ध है, फास्ट चार्जिंग व स्लो चार्जिंग। स्लो चार्जिंग से 3 रुपये प्रति यूनिट बिजली के दाम लिए जाएंगे। फास्ट चार्जिंग में 10 रुपये प्रति यूनिट बिजली के दाम लिए जाएंगे।
ईवी के लिए तैयार हुआ मोबाइल एप ईवी के लिए एक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है। इस एप में लोगों को उनके नजदीकी क्षेत्र में जहां पर भी चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध है। उसकी जानकारी एप पर मिल जाएगी। इस एप में यह भी डिटेल मिलेगी कि एक समय में कितनी ईवी चार्ज करने के लिए खड़ी हुई और कितने चार्जिंग पाइंट्स खाली हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पूरे देश में इस तरह के चार्जिंग स्टेशन और कहीं नहीं मौजूद हैं। जहां पर इतनी अत्याधुनिक सुविधाएं चार्जिंग स्टेशन में उपलब्ध हों। दिल्ली में पिछले एक साल में सबसे ज्यादा पूरे देश की तुलना में ईवी खरीदे गए।