एलन मस्क को स्वयं को स्वतंत्र अभिव्यक्ति का निरंकुश पैरोकार मानते हैं। मस्क ने कहा, 'मैंने ट्विटर में निवेश किया क्योंकि मैं दुनिया भर में मुक्त अभिव्यक्ति के लिए मंच बनने की इसकी क्षमता में विश्वास करता हूं। मेरा मानना है कि स्वतंत्र अभिव्यक्ति एक कामकाजी लोकतंत्र के लिए एक सामाजिक अनिवार्यता है।'
उन्होंने कहा कि 'हालांकि, अपना निवेश करने के बाद से अब मुझे एहसास हुआ है कि कंपनी अपने मौजूदा स्वरूप में न तो पनपेगी और न ही इस सामाजिक अनिवार्यता को पूरा करेगी। ट्विटर को एक निजी कंपनी के रूप में बदलने की जरूरत है।'
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ट्विटर की हिस्सेदारी खरीदने के बाद से ही मस्क इसे लेकर चर्चा में बने रहे हैं। ट्विटर के सैन फ्रांसिस्को स्थित मुख्यालय को बेघरों का आश्रम बनाने और प्रीमियम ग्राहकों को एक संपादन बटन से जोड़ने जैसे सुझाव देकर मस्क ने अपने करोड़ों फॉलोअर को व्यस्त रखा था।
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- मस्क अगर ट्विटर के सर्वेसर्वा बने तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर किसी तरह का अंकुश नहीं लगने देंगे।
- शेयरघारकों को होगा मुनाफा, कंपनी में नए इनोवेशन होंगे जिससे प्लेटफॉर्म अधिक आकर्षक होगा, राजस्व भी बढ़ने की संभावना।
- ट्विटर पर भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं, मस्क बॉस बने तो सभी विचारधारा के लोगों को बात रखने का समान अवसर मिल सकता है।
- निरंकुश आजादी से ट्विटर ट्रोल आर्मी के लिए नफरत फैलाने का अड्डा बन जाएगी।
- हेट स्पीच बढ़ेगा और यूजर हो सकते हैं उत्पीड़न के शिकार। इसका असर कंपनी को मिलने वाले विज्ञापन पर भी पड़ सकता है।