नॉन स्टिक पैन पर बने खाने में हो सकते हैं लाखों प्लास्टिक पार्टिकल
नई दिल्लीPublished: Nov 08, 2022 11:30:24 pm
खुलासा : ऑस्ट्रेलिया के फ्लिंडर्स और न्यूकैसल यूनिवर्सिटी ने किया शोध


नॉन स्टिक पैन पर बने खाने में हो सकते हैं लाखों प्लास्टिक पार्टिकल
केनबरा. नॉन स्टिक पैन को खाना बनाने के बाद साफ करना चाहे बेहद आसान होता हो लेकिन इसमें बनाया खाना आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स और न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने टेफ्लॉन यानी नॉन स्टिक पैन को लेकर की गई रिसर्च में इसका खुलासा किया है। रिसर्च में बताया कि नॉन स्टिक में खाना बनाते समय इसके प्लास्टिक के हजारों पार्टिकल निकलकर खाने में मिल जाते हैं। पैन के तले में बनी एक छोटी से दरार से भी करीब 9,100 प्लास्टिक पार्टिकल्स निकल सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि नॉन स्टिक बर्तन धीरे-धीरे अपनी कोटिंग खो देते हैं। इसके बाद एक छोटे से पैन से लाखों का पार्टिकल निकल कर आपके खाने में मिल जाते हैं। इसके साथ ही पैन को बनाने में पेरफ्लूरूओक्टोनोइक एसिड (पीएफएएस) नाम एक रसायन का उपयोग किया जाता है। यह जहरीला होता है और शरीर को नुकसान पहुंचाता हैं। माना जाता है नॉन स्टिक बनाने समय यह रसायन खत्म हो जाते हैं। हालांकि शोधार्थियों का कहना है कि यह रसायन कुछ मात्रा में रह जाता है। यह रसायन पैन में तेज आंच पर खाना बनाते समय खाने में मिक्स हो जाता है और सेहत को नुकसान पहुंचाता है।