हर भारतीय को बनाना है अमीर – केजरीवाल सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर हर भारतीय को अमीर बनाना है, तो हमें चार काम करने पड़ेंगे। पहला है कि देश के सभी सरकारी स्कूलों को शानदार करना पड़ेगा। दूसरा है कि देश भर में ढेर सारे नए सरकारी स्कूल खोलने पड़ेंगे। तीसरा है कि देश के सभी कच्चे शिक्षकों को पक्का करना पड़ेगा और बड़े स्तर पर नए शिक्षकों की भर्ती करनी पड़ेगी। शिक्षकों की शानदार ट्रेनिंग करानी पड़ेगी और जरूरत पड़ने पर विदेशों में ट्रेनिंग करानी पड़ेगी, जैसे हमने दिल्ली में कराई है। देश की सारी सरकारें और 130 करोड़ भारतीय मिलकर सारे सरकारी स्कूलों को ठीक करेंगे, यह हो सकता है। अच्छी शिक्षा देना फ्री-बी नहीं है, देश के 130 करोड़ लोग एक टाइम कम खाने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे।
निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पूरे देश में सरकारी अस्पताल खोलने होंगे – केजरीवाल सीएम केजरीवाल ने कहा कि हर व्यक्ति को अच्छी व निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए बड़े स्तर पर पूरे देश में सरकारी अस्पताल खोलने पड़ेंगे, अगर दिल्ली में हो सकता है, तो पूरे देश में भी हो सकता है। दिल्ली में एक आदमी पर साल में औसतन दो हजार रुपए का खर्चा आता है, पूरे देश में 130 करोड़ लोग का 2.5 लाख करोड़ रुपए में इलाज हो जाएगा। पांच लाख रुपए की इंश्योरेंस स्कीम निकाली हुई है, अगर मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती नहीं हूं, लेकिन दवाइयां लेनी पड़ रही है, तो दवा के लिए पैसे कहां से लाउंगा। कई देशों में सबका इलाज मुफ्त है, हमें भी करना चाहिए और यह पांच साल में हो सकता है, हमने दिल्ली में किया, हमें करना आता है। मैं केंद्र सरकार को ऑफर देना चाहता हूं कि आप हमारी मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल करो, हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।
केंद्र सरकार को दिया ऑफर, सारी सरकारें मिलकर ठीक करेंगे स्कूल – केजरीवाल सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र सरकार को यह ऑफर देना चाहता हूं कि आप हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करिए, हम भी तो इसी देश के हैं, राजनीति को अलग रख देते हैं। आप हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करो, हम-आप और देश के 130 करोड़ भारतीय मिलकर सारे सरकारी स्कूलों को ठीक करेंगे। सारी सरकारें मिलकर सरकारी स्कूलों को ठीक करेंगी। यह हो सकता है और इसको फ्री-बी कहना बंद करो। अच्छी शिक्षा देना फ्री-बी नहीं है। एक टाइम कम भी खाना पड़े, तो देश के 130 करोड़ लोग उसके लिए भी तैयार हैं, लेकिन अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे।