Knee Replacement Surgery: फुली एक्टिव रोबोटिक टेक्नोलॉजी से 12 मिनट में हो जाएगी नी रिप्लेसमेंट सर्जरी, जानिए क्या है प्रक्रिया?
नई दिल्लीPublished: Feb 09, 2023 09:05:48 pm
घुटने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए नई टेक्नोलॉजी के अनुरूप नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (Knee Replacement Surgery) को शुरू किया गया है। इस सर्जरी के जरिए फुली एक्टिव रोबोटिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बिना टिश्यू को नुकसान पहुंचाए, कम ब्लड निकालेऔर घुटने की गहराई तक कम चीरफाड़ किए सर्जरी को अंजाम दिया जाता है। दिल्ली के सीके बिरला हॉस्पिटल में इसकी शुरुआत की गई है। हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के डॉ अश्वनी मैचंद ने इस टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताया है।


दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित सीके बिरला हॉस्पिटल ने गुरुवार को फुली एक्टिव रोबोटिक मिनिमली इनवैसिव सर्जिकल (MIS) नी रिप्लेसमेंट सर्जरी को लॉन्च किया।
दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित सीके बिरला हॉस्पिटल में गुरुवार को प्रेसवार्ता करते हुए हॉस्पिटल के ऑर्थोपीडिक्स विभाग के डॉ अश्वनी मैचंद ने अस्पताल में शुरू की गई फुली एक्टिव रोबोटिक मिनिमली इनवेसिव सर्जिकल (MIS) नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बारे में जानकारी दी। अस्पताल की तरफ से दावा किया गया है कि फुली एक्टिव रोबोटिक टेक्नोलॉजी के अनुरूप यह भारत में पहला नी रिप्लेसमेंट प्रोग्राम है। इस टेक्नोलॉजी के बारे में डॉ अश्वनी मैचंद ने बताया कि मौजूदा परंपरागत नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की तुलना में रोबोटिक आर्म और कंसोल के सहयोग से सिर्फ 12 मिनट में सर्जरी की जा सकती है। इससे घुटने के ऊपर की मांसपेशियों पर व घुटने के इर्द-गिर्द कम चीड़फाड़ किए, बिना टिश्यू को नुकसान पहुंचाए और कम ब्लड निकाले सर्जरी की जाती है। अभी ट्रेडिशनल तरीके से 45 मिनट में सर्जरी होती है। मौजूदा समय में भारत में हर साल 2.5 लाख से ज्यादा लोग नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराते हैं। यह संख्या पांच साल पहले के मुकाबले लगभग 3 गुना बढ़ चुकी है। रोबोटिक टेक्नोलॉजी के उपयोग से नी रिप्लेसमेंट सर्जरी व अन्य प्रकार की सर्जरी को करने की प्रक्रिया में भी बढ़ोतरी हो रही है। अब इसकी तरफ लोग भी दिलचस्पी दिखाने लगे हैं। प्रेसावर्ता में अस्पताल के चीफ बिजनेस ऑफिसर विपुल जैन और यूनिट हैड डॉ अमित शर्मा भी मौजूद रहे।