उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एक बार फिर 1977 जैसा जज्बा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि हम गांधी जी के विचारों के आधार पर सत्याग्रह कर रहे हैं। जबकि पुलिस यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष को घसीट रही है और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष से अभद्रता कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यालय का दरवाजा तोड़ पुलिस अंदर घुस गई। यदि हम भी राज्यों में भाजपा कार्यालय में ऐसा ही करें तो क्या स्थिति बनेगी। उन्होंने भाजपा पर चंदे के लिए उद्यमियों को धमकाने का आरोप भी लगाया।
बिना संसाधन के लड़ रही कांग्रेस
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस बिना साधनों के लड़ाई लड़ रही है। जबकि भाजपा के लोग लूट रहे हैं। इनके 332 जगह 5 सितारा होटल वाले कार्यालय बन रहे हैं। यह पैसा कहां से आया। 70 साल तक सीएम रिलीफ फंड और पीएम रिलीफ फंड होता है, जिसका ऑडिट होता है। इन्होंने एक नया फंड क्रिएट कर दिया, जिसका न ऑडिट होता है, न कोई पूछता है।
गांधी परिवार ने देश को सबकुछ दिया गहलोत ने कहा कि गांधी परिवार ने देश को सबकुछ दिया। मोतीलाल नेहरू के वक्त से आनंद भवन से गांधी जी ने आंदोलन चलाया था। उन्होंने देश को यह भवन दान दे दिया। प्रधानमंत्री बनने का मौका आया तो सोनिया गांधी ने इससे इनकार कर दिया और डॉ. मनमोहन सिंह को आगे किया। ऐसे कोई पद छोड़ता है क्या? वहीं भाजपा अब ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई, दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता हिम्मत और साहस वाले व्यक्तित्व का धनी है। इनकम टैक्स, सीबीआई, ईडी से हम डरने वाले नहीं हैं।
राजस्थान से पहुंचे कई मंत्री व नेता राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, जलदाय विभाग के मंत्री महेश जोशी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा, उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी समेत कई पदाधिकारी व नेता सत्याग्रह में शामिल हुए।