विभाजन की पीड़ा में डूबी महिला की कहानी है रेत समाधि
गीतांजलि श्री ने रेत समाधि की कहानी 80 साल की एक भारतीय महिला के बहाने बुनी है। वह अपने पति के निधन के बाद डिप्रेशन में चली जाती है और एक दिन पाकिस्तान जाने का फैसला कर लेती है। वहां उसकी किशोर उम्र की यादें एक बार फिर उसे जख्मी कर देती हैं। भारत-पाकिस्तान विभाजन की पीड़ा में डूबे इस उपन्यास के पात्र रिश्तों के नए आयाम सामने रखते हैं।
क्या है बुकर पुरस्कार
बुकर पुरस्कार का पूरा नाम मैन बुकर पुरस्कार फॉर फिक्शन है। इसकी स्थापना 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी ने की थी। ब्रिटेन या आयरलैंड में प्रकाशित या अंग्रेजी में ट्रांसलेट की गई किसी एक किताब को हर साल ये खिताब दिया जाता है। पहला बुकर पुरस्कार अलबानिया के उपन्यासकार इस्माइल कादरे को दिया गया था।