चार स्पेशलाइजेशन में छात्रों को पढ़ाया जाएगा आईआईटी दिल्ली प्रशासन के अनुसार रोबोटिक तकनीकों का उपयोग स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास, परिवहन और गतिशीलता, खतरनाक वातावरण से निपटने, ऊर्जा प्रदान करने, पर्यावरण की रक्षा करने और इंडस्ट्रियलाइजेशन को गति देने के साथ कई क्षेत्रों में किया जा सकता है। इसी के मद्देनजर एमटेक कोर्स का करिकुलम चार स्पेशलाइजेशन का समर्थन करता है। जिसके अनुरूप छात्रों को जानकारी प्रदान की जाएगी और उन्हें इन स्पेशलाइजेशन में पढ़ाया जाएगा। इस कोर्स में छात्रों को कोर्स के करिकुलम में कोलैबोरेटिव रोबोटिक्स, इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स, रिहैबिलिटेशन एंड मेडिकल रोबोटिक्स और ऑटोनॉमस एंड इंटेलिजेंस व्हीकल्स के बारे में पढ़ाया जाएगा।
बढ़ रही है रोबोटिक्स पर केंद्रित ऑटोमेशन इंडस्ट्री आईआईटी दिल्ली प्रशासन के अनुसार इंटेलिजेंस रोबोट्स एंड सिस्टम्स को विकसित करने के लिए विभिन्न प्रकार के कौशल की आवश्यकता होती है। रोबोट्स व सिस्टम्स और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी के जरिए कई जटिल व अत्यधिक संवाद करने वाले सिस्टम्स, सेंसिंग और ऑटोनॉमस ऑपरेशन, फिजिकल सिमुलेशन और कंट्रोल के सवालों के जवाब उठाता है और उनके जवाब देने का प्रयास करता है। वहीं, आईआईटी दिल्ली के कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के फैकल्टी और सीओई-बीआईआरडी के कोऑर्डिनेटर प्रो सुबोध कुमार ने कहा कि रोबोटिक तकनीकों के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों की कमी है। जबकि रोबोटिक्स केंद्रित ऑटोमेशन इंडस्ट्री अंतरराष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ भारत में भी जबरदस्त गति से बढ़ रहा है। आईआईटी दिल्ली द्वारा शुरू किए गए इस रोबोटिक्स में एमटेक कोर्स के जरिए रोबोटिक्स तकनीक के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों के अंतर को भरने में मदद मिलेगी।