आपको बता दें कि बीते दिन हिन्दू संगठनों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोग एक घर में मस्जिद के नाम पर नमाज पढ़ते हैं और लाउडस्पीकर से अजान देते हैं। आरोप है कि इसके कारण कॉलोनी में माहौल खराब हो गया है। शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के बैनर तले विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कॉलोनी में यज्ञ का आयोजन किया और अपना विरोध दर्ज कराया।
यज्ञ में शामिल होने पहुंचे विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी कीमत पर गलत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने नमाज पढ़ने के लिए जगह निर्धारित की है। बाकी के सार्वजनिक स्थलों पर नमाज नहीं पढ़ने दिया जाएगा। शीतला कॉलोनी में कोई भी मस्जिद नहीं है। फिर भी यहां पर लोग दूर-दूर से आते हैं और मकान में नमाज पढ़ते हैं।
आपको बता दें कि इसम मामले को लेकर मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी शहजाद खान ने कहा है कि जिस जगह पर नमाज पढ़ी जा रही है वह घर नहीं बल्कि मस्जिद है। अपनी जगह पर समुदाय के लोग नमाज पढ़ते हैं। इसमें हिंदू संगठनों को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
इधर दोनों समुदायों के बीच टकराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन सक्रिय हो गया है। शनिवार को विहिप की यज्ञ को देखते हुए प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की थी। लेकिन आगे दोनों समुदायों में टकराव बढ़ने की काफी संभावना दिख रही है।
बता दें कि इस मामले को लेकर 'भारत बचाओ संगठन' के अध्यक्ष विक्रम सिंह यादव ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठने की तैयारी पूरी कर ली है। उनके आमरण अनशन में कई हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।
आपको बता दें कि गुरुग्राम में इससे पहल भी नमाज पढ़ने को लेकर दोनों समुदायों के बीच टकराव हो चुका है। तब सरकार ने मुस्लिम समुदायों के लिए खुले में नमाज पढ़ने से मना करते हुए कई जगह निर्धारित कर दिए जहां पर नमाज अदा कर सकते हैं। हालांकि साथ ही यह सख्त हिदायत दी थी कि खुले में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न पढ़ा जाए।