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फर्जी राशन कार्ड के मामले में घिरी केजरीवाल सरकार, जांच के दायरे में और एक लाख कार्ड शामिल

locationनई दिल्लीPublished: Jul 31, 2018 05:10:14 pm

Submitted by:

Anil Kumar

अब फर्जी राशन कार्ड पर कार्रवाई का दायर बढ़ गया है। करीब एक लाख और राशन कार्ड निरस्त होने के रास्ते पर हैं। इन्हें जांच के दायरे में शामिल किया गया है।

फर्जी राशन कार्ड के मामले में घिरी केजरीवाल सरकार, जांच के दायरे में और एक लाख कार्ड शामिल

फर्जी राशन कार्ड के मामले में घिरी केजरीवाल सरकार, जांच के दायरे में और एक लाख कार्ड शामिल

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के मंडावली इलाके में एक ही परिवार के तीन बच्चियों की भूख से हुई मौत का मामला सामने आने के बाद फर्जी राशन कार्ड की बातें सामने आई थी। फर्जी राशन कार्ड को लेकर फजीहत होती देख सरकार ने फौरन जांच के आदेश दे दिए। अब फर्जी राशन कार्ड पर कार्रवाई का दायर बढ़ गया है। करीब एक लाख और राशन कार्ड निरस्त होने के रास्ते पर हैं। इन्हें जांच के दायरे में शामिल किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इनका बारीकी से निरीक्षण भी कराया जाएगा। इससे पहले ही विभाग फर्जी तरीके से बने 2.93 हजार राशन कार्डो को निरस्त करने का आदेश दे चुका है। बता दें मंगलवार को निरस्त किए गए फर्जी राशन कार्ड की रिपोर्ट मुख्यालय में पेश करनी है। इस रिपोर्ट में निरस्त किए जाने वाले एक-एक कार्ड का पूरा ब्योरा होगा।

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ई-पॉस सिस्टम लागू होने के बाद जनवरी व फरवरी में राशन लेने नहीं आए लोग

आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले चरण के 2.93 लाख कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद दूसरे चरण का काम शुरू होगा। इस प्रक्रिया में करीब एक लाख राशन कार्ड शामिल हैं। विभाग ने कहा है कि उन्हें निरस्त करने के लिए जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के दायरे में ऐसे राशन कार्ड को शामिल किया गया है जो कि ई-पॉस सिस्टम लागू होने के बाद जनवरी व फरवरी में राशन लेने नहीं आए और लोगों की परेशानी को देखते हुए जब विभाग ने मार्च में मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की सुविधा शुरू की तो राशन लेने आ गए।

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ओटीपी जारी कर लिया गया राशन

आपको बता दें कि अभी तक के जांच में यह बात सामने आई है कि पूरी दिल्ली में 46 हजार लोगों ने मोबाइल पर ओटीपी जारी कर राशन लिया है। इसमें से 6860 लोगों को प्राथमिक तौर पर संदेहास्पद पाया गया। सबसे हैरानी की बात यह है कि इनमें से भी 2230 मामले ऐसे हैं जिनमें एक मोबाइल नंबर पर कई बार राशन लिया गया है। इससे पहले ओटीपी में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद 18 मार्च को ई-पॉस से ओटीपी की सुविधा बंद कर दी गई थी। जांच में एक चौंकाने वाला सत्य सामने आया कि एक मोबाइल नंबर पर तो 150 लोगों को राशन दिया गया है।

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