जीवन में भोजन जितना महत्व है पेड़ों का - एलजी उपराज्यपाल ने कहा कि जितना महत्व हमारे जीवन में भोजन का है उतना ही महत्व वृक्षों का भी है। उन्होंने जानकारी दी कि पिछले हफ्ते असोला भाटी माइंस में भी 1 लाख पौधे लगाए गए थे। अगले महीने अगस्त में दिल्ली में 1 लाख बांस के पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि बांस के पौधे 30 फीसदी ज्यादा ऑक्सिजन को संचारित करते हैं। साथ ही यह हैंडीक्राफ्ट के उद्योग के लिए भी लाभकारी होता है। उन्होंने दिल्लीवासियों से मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जितना जरूरी पेड़ व पौधे लगाना है, उतना जरूरी ही उन्हें सरंक्षित रखना है। हमें यह भी देखना चाहिए कि जो भी हमने पौधे लगाए हैं, वह ठीक से बढ़ रहे हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि हर मौसम में पेड़ लगाने हैं व उनकी देखभाल भी करनी जरूरी है। उन्होंने एमसीडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पेड़ व पौधों की जिओ टैगिंग के माध्यम से निगरानी की जाए ताकि उनकी उचित देखभाल हो सके और समय रहते यह देखा जा सके कि वह कितने बढ़ रहे हैं। वहीं, एमसीडी कमिश्नर ज्ञानेश भारती ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली का ग्रीन कवर 23 से 24 फीसदी है जिसे हम 33 फीसदी तक ले जाना है।
पेड़ों को नहीं बचा पाए, तो हमारे प्रयास बेकार हो जाएंगे - हर्षवर्धन हर्षवर्धन माननीय सांसद चांदनी चौक ने कहा कि अगर हम वृक्षों को नहीं बचा पाए तो हमारे अन्य सभी प्रयास बेकार हो जायेंगे। उपराज्यपाल महोदय के नेतृत्व में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वृक्षों का बड़ा महत्व है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी 1 वृक्ष को 10 पुत्रों के बराबर माना गया है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग में 25 फीसदी योगदान वृक्षों के काटने से हुआ है। अगर हम आने वाली पीढ़ी के लिए वैसे ही वातावरण एवं पृथ्वी छोड़ कर जानी है जैसे हमारे बुजुर्ग हमारे लिए छोड़ कर गए थे तो हमे अधिक से अधिक वृक्ष लगाने होंगे। वहीं, एमसीडी के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार ने कहा कि अगर हम पृथ्वी के 50 वर्ष पूर्व के और आज के चित्रों का मिलन करें तो पाएंगे कि पहले के मुकाबले आज हमारी पृथ्वी का हरित क्षेत्र काफी कम हुआ है। हमें माननीय उपराज्यपाल महोदय के नेतृत्व में दिल्ली को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए प्रयास करने होंगे।