scriptCRPF जवान की आईडी दिखाकर शख्स ने की ठगी, ऑनलाइन की लाखों की धोखाधड़ी | Man faking as CRPF fraud with private employee twice | Patrika News

CRPF जवान की आईडी दिखाकर शख्स ने की ठगी, ऑनलाइन की लाखों की धोखाधड़ी

locationनई दिल्लीPublished: Mar 20, 2019 03:52:23 pm

Submitted by:

Shweta Singh

संदिग्ध ने CRPF जवान का रूप धरकर की धोखाधड़ी
कार के बदले ट्रांसफर कराए लाखों रुपए
दो बार की धोखाधड़ी

crime

CRPF जवान की आईडी दिखाकर शख्स ने की ठगी, ऑनलाइन की लाखों की धोखाधड़ी

नई दिल्ली। एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी के साथ ऑनलाइन पोर्टल पर खरीददारी करते हुए धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यह शख्स ऑनलाइन कार खरीदने की कोशिश कर रहा था, जब वह दो बार ठगी का शिकार हुआ। जानकारी के मुताबिक एक संदिग्ध ने CRPF जवान का रूप धरकर उसे निशाना बनाया।

नकली सीआरपीएफ जवान ने की ठगी

इस ठग शख्स ने अशोक नाम के आदमी से 1.25 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कराया और फिर अचानक गायब हो गया। इस नकली सीआरपीएफ जवान ने एक वेगनर कार के बदले यह रकम ट्रांसफर कराया। अशोक ने कस्टमर केयर में फोन में करके पैसे निकालने की कोशिश की। लेकिन यह कोशिश उसे और भारी पड़ गई। अशोक ने इस नकली फर्म के इंटरनेट साइट पर कॉल की, जिसके बाद एक शख्स ने एग्जीक्यूटिव बनकर उससे बैंक की डिटेल, जैसे अकॉउंट नंबर मांगा था। इसके बाद दोबारा उसके खाते से 70 हजार रुपए का गबन हो गया। आखिरकार शख्स ने वसंत विहार पुलिस स्टेशन में जाकर धोखाधड़ी का आरोप दर्ज कराया।

क्या था मामला?

अशोक के मुताबिक उस शख्स ने अपना पोर्टल पर CRPF का आईडी और फोटोग्राफ भी भेजा था। उसने कहा था कि उसका ट्रांसफर हो रहा है, जिसकी वजह से वो अपनी कार बेचना चाह रहा है। हालांकि, जब कार दिखाने की बात हुई तो उसने कहा कि गाड़ी एयरपोर्ट के पार्किंग में खड़ी है। इसके बाद आरोपी शख्स ने उससे कार की आधी कीमत ट्रांसफर करने को कहा और बदले में अपने किसी सहयोगी की मदद से कार भेजने का वादा किया। आधी रकम ट्रांसफर होने के बाद आरोपी शख्स ने दोबारा कॉल कर बाकी के पैसों की मांग की। लेकिन पूरे पैसे ट्रांसफर होने के बाद भी जब कार अशोक के घर नहीं आई तो उसने एयरपोर्ट जाकर देखा। वहां उसे बताया गया कि यहां ऐसी कोई कार नहीं है।

कुछ देर बाद ही उसने पोर्टल पर देखा कि जिस कार की डील उसके साथ हुई, वही कार दोगुनी कीमत पर दोबारा सेल के लिए लगाई गई है। अशोक ने बताया कि उसने उस नंबर पर कई बार कॉल करने की कोशिश की लेकिन किसी ने काल नहीं उठाई। यहां तक की केस दर्ज होने के बाद भी संदिग्धों का नंबर चालू है।

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