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विदाई से पहले मानसून का मूसलाधार प्रहार, कई राज्यों में जमकर बारिश

locationनई दिल्लीPublished: Sep 24, 2022 12:17:35 am

Submitted by:

ANUJ SHARMA

आफत : उत्तर प्रदेश में बारिश से 16 लोगों की मौत

नई दिल्ली. देश में मानसून ने विदाई से पहले मूसलाधार प्रहार किया है। दिल्ली- एनसीआर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है। दिल्ली और एनसीआर में हाईवे पर पानी भरा हुआ है। सड़कें धंस गई हैं। जगह-जगह जाम लग गया। हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है। पंचकुला में शुक्रवार भारी बारिश हुई। उत्तर प्रदेश के करीब दो दर्जन जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, इटावा, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर में जमकर बारिश बदले। शामली में बारिश के कारण अग्निवीर भर्ती परीक्षा रोकनी पड़ी। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। बारिश के कारण उत्तर प्रदेश में हादसों में 16 लोगों की मौत हो गई। इनमें इटावा में10 लोगों की जान गईं। मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, शिवपुरी और ग्वालियर सहित कई शहरों में बारिश का सिलसिला जारी है। छतरपुर जिले के गौरिहार तहसील अंतर्गत गौरिहार-सरवई मार्ग पर कुशियार नदी के उफान पर होने से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। राजस्थान के कई जिलों में भी शुक्रवार को बारिश का दौर जारी रहा।

दो दिन जारी रहेगा बारिश का दौर
मौसम विभाग का कहना है कि देश के कई हिस्सों में अभी दो दिन बारिश का दौर जारी रहेगा। वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि दिल्ली और एनसीआर में 25 सितंबर तक बारिश जारी रह सकती है। उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला दो दिन जारी रहेगा।
केदारनाथ के ऊपरी क्षेत्र में टूटा ग्लेशियर
देहरादून. केदारनाथ के ऊपर की ओर मंदाकिनी नदी के उद्गम स्थल चोराबाड़ी से तीन किमी ऊपर हिमालय क्षेत्र में भारी बर्फबारी के चलते एक ग्लेशियर टूट गया। इस घटना को केदारनाथ में मौजूद कई यात्रियों ने देखा और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। मौके पर तैनात गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारी गोपाल सिंह रौथाण, प्रदीप रावत आदि ने बताया कि गलेश्यिर के टूटने के बाद क्षेत्र में काफी देर तक सफेद गुबार देखा जो धीरे-धीरे नीचे की तरफ आया और गहरी खाई में समा गया। वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने घटना के बारे में शासन को सूचित कर दिया गया है। वाडिया संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेंगी। इस घटना के बाद लोगों के सामने 2013 में आई केदारनाथ आपदा की यादें ताजा हो गईं।
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