एशिया बन रहा शिक्षा का गढ़
शिक्षा के लिहाज से भारत समेत एशिया के देशों के लिए खुश खबरी हैं। क्यूएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बेन सॉटर ने कहा कि इस रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष 10 शहरों में से पांच एशिया के हैं। इससे साफ है कि एशिया महाद्वीप उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के गढ़ बनता जा हैं। सॉटर ने बताया कि क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग छात्रों को उनकी पढ़ाई संबंधी निर्णय लेने के लिए प्रभावित करने वाले जैसी अफोर्डेबिलिटी, क्वालिटी ऑफ लाइफ, स्टैंडर्ड ऑफ यूनिवर्सिटीज और पूर्व छात्रों का फीडबैक या उनके विचारों पर आधारित है। इस साल सूची में लंदन शीर्ष स्थान पर है। वह इस स्थान पर चार साल से बना हुआ कायम है। दूसरे नंबर पर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल और म्यूनिख है। सियोल एशियाई शहरों में सबसे ऊपर है। इसके बाद टोक्यो, हांगकांग, सिंगापुर और ओसाका का नंबर है।
शिक्षा के लिहाज से भारत समेत एशिया के देशों के लिए खुश खबरी हैं। क्यूएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बेन सॉटर ने कहा कि इस रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष 10 शहरों में से पांच एशिया के हैं। इससे साफ है कि एशिया महाद्वीप उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के गढ़ बनता जा हैं। सॉटर ने बताया कि क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग छात्रों को उनकी पढ़ाई संबंधी निर्णय लेने के लिए प्रभावित करने वाले जैसी अफोर्डेबिलिटी, क्वालिटी ऑफ लाइफ, स्टैंडर्ड ऑफ यूनिवर्सिटीज और पूर्व छात्रों का फीडबैक या उनके विचारों पर आधारित है। इस साल सूची में लंदन शीर्ष स्थान पर है। वह इस स्थान पर चार साल से बना हुआ कायम है। दूसरे नंबर पर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल और म्यूनिख है। सियोल एशियाई शहरों में सबसे ऊपर है। इसके बाद टोक्यो, हांगकांग, सिंगापुर और ओसाका का नंबर है।