सीएम केजरीवाल, सांसद मीनाक्षी लेखी ने लिया बैठक में हिस्सा परिषद की बैठक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता में हुई । इस बैठक में एनडीएमसी के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह भल्ला, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय , विधायक और सदस्य एनडीएमसी सदस्य वीरेंद्र सिंह कादियान, एनडीएमसी सदस्य – कुलजीत सिंह चहल, विशाखा सैलानी, गिरीश सचदेवा और सचिव- एनडीएमसी विक्रम सिंह मलिक ने हिस्सा लिया। बैठक में एजेंडा विषयों में विभिन्न नागरिक और कर्मचारी केंद्रित प्रस्तावों पर विचार किया और उन्हें मंजूरी दी गई।
2025 तक रिन्यूएबल एनर्जी को अपनाने का है लक्ष्य एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बैठक के विषयों की जानकारी देते हुए कहा कि एनडीएमसी एरिया में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दिया जा रहा है। सोलर एनर्जी नीति 2022 के जरिए एनडीएमसी एरिया में 2024 तक सोलर एनर्जी को पूरी तरह से अपनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, 2025 तक योजना है कि 100 फीसदी तक एनडीएमसी एरिया में रिन्यूबल एनर्जी को अपना लिया जाए। एनडीएमसी के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में हाइड्रो पावर के जरिए 142 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन (जनरेट) होता है। यह 32 फीसदी तक है। वर्ष 2023 तक सोलर एनर्जी के माध्यम से 150 मेगावाट तक बिजली को जनरेट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो 65 फीसदी तक होगा। वहीं, 2024 तक हाइड्रो पावर के जरिए बिजली जनरेट करने की क्षमता को 100 मेगावाट तक लाया जाएगा। वर्ष 2024 में इसका योगदान 83 फीसदी तक होगा। 2025 तक हाइड्रो पावर और सोलर पावर की बिजली उत्पादन में निर्भरता बराबरी तक लाने की है। जिसमें दोनों का कुल योगदान 100 फीसदी तक करने का लक्ष्य रखा गया है। एनडीेमसी ने 2025 तक पूरी तरह से बिजली जनरेट करने के लिए रिन्यूबल एनर्जी पर निर्भरता का का लक्ष्य रखा है।
शिक्षकों की भर्ती के नियमों पर भी हुआ फैसला
एनडीएमसी के स्कूलों में आधुनिक भारतीय भाषाओं के टीजीटी शिक्षकों के पदों के लिए भर्ती नियमों में संशोधित करने पर भी फैसला लिया गया। साथ ही एनडीएमसी के स्कूलों में दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षा शिक्षक की कमी का मुद्दा भी बैठक में उठा। जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि विशेष शिक्षा शिक्षक के भर्ती नियमों की अनुपलब्धता के कारण इनके पदों की भर्ती नहीं हो रही है। इनकी भर्ती भी एनडीएमसी खुद करेगा। साथ ही एनडीएमसी के आर्किटेक्ट विभाग में मुख्य वास्तुकार, वरिष्ठ वास्तुकार, वास्तुकार, उप वास्तुकार, सहायक वास्तुकार, वास्तु सहायक के पदों के लिए भर्ती नियमों की अधिसूचना के लिए भी चर्चा हुई। जिसमें इन पदों पर भर्ती के लिए नियमों को संशोधित करने का फैसला लिया गया।