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NDMC: एनडीएमसी ने तैयार की सोलर नीति-2022, नई दिल्ली क्षेत्र में एक किलोवाट व अधिक क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट लगा सकेंगे

locationनई दिल्लीPublished: Sep 28, 2022 10:04:53 pm

Submitted by:

Rahul Manav

न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (NDMC) ने अपने नई दिल्ली क्षेत्र में सोलर नीति-2022 के ड्राफ्ट को बुधवार को हुई परिषद की बैठक में मंजूरी दे दी है। यह नीति जल्द ही लागू हो जाएगी। इसमें एनडीएमसी एरिया में मौजूद सभी विभागों की बिल्डिंगों, प्राइवेट बिल्डिंगों व रेजिडेंशियल कॉलोनियों व मकानों में लोग एक किलोवाट या इससे अधिक क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट व सोलर एनर्जी जनरेट करने वाली प्रणाली को लगा सकेंगे।

NDMC: एनडीएमसी ने तैयार की सोलर एनर्जी नीति, नई दिल्ली क्षेत्र में एक किलोवाट व अधिक क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट लगा सकेंगे

न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (NDMC) ने सोलर नीति-2022 के ड्राफ्ट को बुधवार को हुई परिषद की बैठक में मंजूरी दी। बैठक में केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, एनडीएमसी चेयरमैन भूपिंदर सिंह भल्ला व एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय के साथ अन्य सदस्य मौजूद रहे।

न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (NDMC) की परिषद की बैठक में कई एजेंडे पर भी चर्चा की गई। जिसमें फैसला लिया गया कि नई दिल्ली क्षेत्र में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी नियमों को सख्त करने पर फैसला हुआ है। जिसमें फैसला किया गया है कि मच्छरों की ब्रीडिंग मिलने पर और मच्छर जनित बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने पर 500 रुपये से बढ़ाकर 5 हजार रुपये जुर्माना किया जाए। एनडीएमसी की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा गया। जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पास किया। इसके अलावा एलोपैथिक दवाओं की खरीद के लिए वर्ष 2022-23 के बजट के तहत 6 करोड़ रुपए की राशि आवंटन करने की मंजूरी दी गई।
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सीएम केजरीवाल, सांसद मीनाक्षी लेखी ने लिया बैठक में हिस्सा

परिषद की बैठक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता में हुई । इस बैठक में एनडीएमसी के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह भल्ला, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय , विधायक और सदस्य एनडीएमसी सदस्य वीरेंद्र सिंह कादियान, एनडीएमसी सदस्य – कुलजीत सिंह चहल, विशाखा सैलानी, गिरीश सचदेवा और सचिव- एनडीएमसी विक्रम सिंह मलिक ने हिस्सा लिया। बैठक में एजेंडा विषयों में विभिन्न नागरिक और कर्मचारी केंद्रित प्रस्तावों पर विचार किया और उन्हें मंजूरी दी गई।
2025 तक रिन्यूएबल एनर्जी को अपनाने का है लक्ष्य

एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बैठक के विषयों की जानकारी देते हुए कहा कि एनडीएमसी एरिया में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दिया जा रहा है। सोलर एनर्जी नीति 2022 के जरिए एनडीएमसी एरिया में 2024 तक सोलर एनर्जी को पूरी तरह से अपनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, 2025 तक योजना है कि 100 फीसदी तक एनडीएमसी एरिया में रिन्यूबल एनर्जी को अपना लिया जाए। एनडीएमसी के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में हाइड्रो पावर के जरिए 142 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन (जनरेट) होता है। यह 32 फीसदी तक है। वर्ष 2023 तक सोलर एनर्जी के माध्यम से 150 मेगावाट तक बिजली को जनरेट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो 65 फीसदी तक होगा। वहीं, 2024 तक हाइड्रो पावर के जरिए बिजली जनरेट करने की क्षमता को 100 मेगावाट तक लाया जाएगा। वर्ष 2024 में इसका योगदान 83 फीसदी तक होगा। 2025 तक हाइड्रो पावर और सोलर पावर की बिजली उत्पादन में निर्भरता बराबरी तक लाने की है। जिसमें दोनों का कुल योगदान 100 फीसदी तक करने का लक्ष्य रखा गया है। एनडीेमसी ने 2025 तक पूरी तरह से बिजली जनरेट करने के लिए रिन्यूबल एनर्जी पर निर्भरता का का लक्ष्य रखा है।
शिक्षकों की भर्ती के नियमों पर भी हुआ फैसला
एनडीएमसी के स्कूलों में आधुनिक भारतीय भाषाओं के टीजीटी शिक्षकों के पदों के लिए भर्ती नियमों में संशोधित करने पर भी फैसला लिया गया। साथ ही एनडीएमसी के स्कूलों में दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षा शिक्षक की कमी का मुद्दा भी बैठक में उठा। जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि विशेष शिक्षा शिक्षक के भर्ती नियमों की अनुपलब्धता के कारण इनके पदों की भर्ती नहीं हो रही है। इनकी भर्ती भी एनडीएमसी खुद करेगा। साथ ही एनडीएमसी के आर्किटेक्ट विभाग में मुख्य वास्तुकार, वरिष्ठ वास्तुकार, वास्तुकार, उप वास्तुकार, सहायक वास्तुकार, वास्तु सहायक के पदों के लिए भर्ती नियमों की अधिसूचना के लिए भी चर्चा हुई। जिसमें इन पदों पर भर्ती के लिए नियमों को संशोधित करने का फैसला लिया गया।
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