सोलंकी ने कहा कि हमारे देश के अन्नदाता दिल्ली की सीमाओं पर बीते एक साल से सर्दी, गर्मी और बरसात की मार खेलते हुए सरकार के सामने अपनी मांगें रख रहे हैं। इस आंदोलन में 700 से अधिक किसानों की शहादत को हम नमन करते हैं। बीते 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने की घोषणा के बाद हम माँग करते हैं कि जल्द से जल्द एमएसपी पर भी गारंटी कानून केंद्र सरकार लेकर आए।
तिहाड़ 28 के प्रधान अजय नंबरदार ने कहा कि किसानों की खुशहाली में ही हमारे देश की खुशहाली है। किसान अपने खून पसीने से अन्न उपजा कर देशवासियों का पेट भरता है। मग़र पिछले एक सालों से हमारे अन्नदाता किसान तमाम विसंगतियों और चुनौतियों का सामना करते हुए हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब जबकि केंद्र सरकार ने देर से ही सही तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हैं और जल्द ही संसद में भी इसकी विधिक प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में कोई औचित्य नहीं बचता कि किसानों की एमएसपी गारंटी कानून की मांग को नजरअंदाज किया जाए। एमएसपी पर गारंटी कानून बनाए बिना किसानों की स्थिति जस की तस बनी रहेगी। इसलिए सरकार को इस पर गारंटी कानून बनाना चाहिए। इस कार्यक्रम में दिलबाग गहलोत, योगेन्द्र गहलोत, सत्यवेद नंबरदार, राजवीर, अजीत, रामे, सुंदर, सूरजवीर सहित कई गणमान्य लोग और ग्रामवासी मौजूद रहे।