परिवहन विभाग जुटा
अपनी इस योजना को सफल बनाने में परिवहन विभाग जुटा है। उसने इसके लिए 5,400 सैम चिप की खरीदारी की है। इनमें से 2,388 चिप बसों में लगाई भी जा चुकी हैं। 19 जुलाई तक सभी बसों में सैम चिप लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इसे लेकर 15 दिन पहले परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीएमआरसी सहित संबंधित विभागों के साथ बैठक की थी। बता दें कि अभी दिल्ली में करीब 3,800 डीटीसी व 1,600 कलस्टर बसें हैं। कंडक्टर को दी गई मशीन से मेट्रो कार्ड स्वैप कर किराया चुकाया जा सकेगा।
भविष्य में और विस्तार होगा
बता दें कि दिल्ली देश का पहला शहर बनेगा, जहां कॉमन मोबिलिटी कार्ड का इस्तेमाल होगा। भविष्य में इसका प्रयोग सार्वजनिक परिवहन के साथ अन्य साधनों में भी किया जा सकेगा। यह कार्ड 150 रुपए का होगा। इसमें 50 रुपए सिक्योरिटी चॉर्ज शामिल है। इसमें कम से कम 200 और अधिकतम 2000 रुपए तक रिचार्ज कराया जा सकेगा। रिजर्व बैंक से डीएमआरसी को फरवरी 2017 में ही इस प्री-पेड सेवा की इजाजत मिल चुकी है।
सात माह से चल रहा था प्रयोग
बता दें कि दिल्ली सरकार ने सात माह पहले करीब 250 बसों में प्रायोगिक तौर पर इस योजना की सुविधा दी थी। इसमें 200 डीटीसी व 50 कलस्टर बसें शामिल थीं। सरकार का कहना है कि उसका यह पायलट प्रोजेक्ट पूरी तरह से सफल रहा। इसे हम एक अप्रैल से ही शुरू करना चाहते थे, लेकिन समय पर पूरी तैयारी नहीं होने के कारण चार महीने की देरी से अगस्त में इसे शुरू कर देंगे।