अब छिप नहीं सकेंगे शिप
क्वाड ने पहल का विवरण नहीं दिया लेकिन पता चला है क्वाड की योजना इंडो-पैसिफिक देशों को मुफ्त में समुद्री खुफिया जानकारी प्रदान करने के लिए वाणिज्यिक उपग्रह-ट्रैकिंग सेवाओं को वित्तपोषित करने की है। रेडियो फ्रीक्वेंसी और रडार सिग्नल की निगरानी करते हुए उन नावों को भी ट्रैक करने में भी मदद मिलेगी, जो अपने ट्रांसपोंडर बंद करके स्वचालित सूचना प्रणाली से बच जाती है। अब उनकी रियल टाइम निगरानी होगी। इस खुफिया जानकारी को भारत, सिंगापुर, वानुअतु और सोलोमन द्वीप में स्थित क्षेत्रीय निगरानी केंद्रों के मौजूदा नेटवर्क में साझा किया जाएगा।
क्वाड ने पहल का विवरण नहीं दिया लेकिन पता चला है क्वाड की योजना इंडो-पैसिफिक देशों को मुफ्त में समुद्री खुफिया जानकारी प्रदान करने के लिए वाणिज्यिक उपग्रह-ट्रैकिंग सेवाओं को वित्तपोषित करने की है। रेडियो फ्रीक्वेंसी और रडार सिग्नल की निगरानी करते हुए उन नावों को भी ट्रैक करने में भी मदद मिलेगी, जो अपने ट्रांसपोंडर बंद करके स्वचालित सूचना प्रणाली से बच जाती है। अब उनकी रियल टाइम निगरानी होगी। इस खुफिया जानकारी को भारत, सिंगापुर, वानुअतु और सोलोमन द्वीप में स्थित क्षेत्रीय निगरानी केंद्रों के मौजूदा नेटवर्क में साझा किया जाएगा।
अर्ध सैनिक बेड़े का भी काम...
चीन मछली पकडऩे वाले जहाजों का उपयोग दक्षिण चीन सागर में अर्धसैनिक बेड़े के रूप में भी करता है। चीनी मछली पकडऩे के जहाजों ने विवादित क्षेत्रों पर चीनी कब्जे में बड़ी भूमिका निभाई है। इसमें 1974 में वियतनाम से पैरासेल द्वीप समूह और 1995 व 2012 में फिलीपींस से मिसचीफ रीफ और स्कारबोरो शोल शामिल हैं।
चीन मछली पकडऩे वाले जहाजों का उपयोग दक्षिण चीन सागर में अर्धसैनिक बेड़े के रूप में भी करता है। चीनी मछली पकडऩे के जहाजों ने विवादित क्षेत्रों पर चीनी कब्जे में बड़ी भूमिका निभाई है। इसमें 1974 में वियतनाम से पैरासेल द्वीप समूह और 1995 व 2012 में फिलीपींस से मिसचीफ रीफ और स्कारबोरो शोल शामिल हैं।
बिना लाइसेंस मछलियां पकड़ने के लिए कुख्यात
अनुमानित 3,000 जहाजों के साथ चीन का गहरे सागर का जल बेड़ा दुनिया का सबसे बड़ा बेड़ा है। चीनी सरकार द्वारा भारी सब्सिडी वाले बेड़े को वैश्विक अवैध मत्स्य पालन सूचकांक में सबसे खराब स्थान दिया गया है, जो दुनिया भर में अवैध, अनधिकृत और अनियमित मछली पकड़ने पर नजर रखता है। चीनी जहाजों पर 2015 और 2019 के बीच कम से कम 237 बार बिना लाइसेंस के मछली पकड़ने का आरोप लगा है। हाल के वर्षों में वानुअतु, पलाऊ, मलेशिया और दक्षिण कोरिया में कई चीनी नौकाओं को अवैध रूप से मछली पकडऩे या अतिक्रमण के लिए हिरासत में लिया गया है। ब्रिटेन के कैम्पेन ग्रुप एनवायर्नमेंटल जस्टिस फाउंडेशन के अनुसार अवैध मछली पकडऩे के अलावा, चीनी शिपिंग बेड़े पर शार्क, सील और डॉल्फिन सहित दुनिया के महासागरों में लुप्तप्राय और संरक्षित समुद्री जीवों को लक्षित करने के आरोप भी लगते रहते हैं।
अनुमानित 3,000 जहाजों के साथ चीन का गहरे सागर का जल बेड़ा दुनिया का सबसे बड़ा बेड़ा है। चीनी सरकार द्वारा भारी सब्सिडी वाले बेड़े को वैश्विक अवैध मत्स्य पालन सूचकांक में सबसे खराब स्थान दिया गया है, जो दुनिया भर में अवैध, अनधिकृत और अनियमित मछली पकड़ने पर नजर रखता है। चीनी जहाजों पर 2015 और 2019 के बीच कम से कम 237 बार बिना लाइसेंस के मछली पकड़ने का आरोप लगा है। हाल के वर्षों में वानुअतु, पलाऊ, मलेशिया और दक्षिण कोरिया में कई चीनी नौकाओं को अवैध रूप से मछली पकडऩे या अतिक्रमण के लिए हिरासत में लिया गया है। ब्रिटेन के कैम्पेन ग्रुप एनवायर्नमेंटल जस्टिस फाउंडेशन के अनुसार अवैध मछली पकडऩे के अलावा, चीनी शिपिंग बेड़े पर शार्क, सील और डॉल्फिन सहित दुनिया के महासागरों में लुप्तप्राय और संरक्षित समुद्री जीवों को लक्षित करने के आरोप भी लगते रहते हैं।