शुक्रवार को राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए रेल राज्यमंत्री राजन गोहेन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से क्रमश: 30 और 22 प्रतिशत देरी से चल रही हैं।
रेल राज्य मंत्री ने बताया कि अप्रैल से जून के बीच पूरे देश में व्यापक पैमाने पर रेलमार्गों के रखरखाव का काम चल रहा था। इस कारण रेलगाड़ियों का समय से परिचालन नहीं हो पा रहा था। इतने समय के भीतर यह रख रखाव का काम करीब काम 46056 घंटे तक चला। यह पिछले साल की तुलना में 11.89 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य क्षेत्र में राजधानी एक्सप्रेस 70 प्रतिशत और पूर्वी क्षेत्र में शताब्दी एक्सप्रेस 64 प्रतिशत विलंब से चल रही हैं। इसके अलावा दक्षिण मध्य क्षेत्र में सभी राजधानी एक्सप्रेस विलंब से चल रही हैं, जबकि दक्षिण पूर्व क्षेत्र में सर्वाधिक 92 प्रतिशत शताब्दी एक्सप्रेस रेलगाड़ियां समय से चल रही हैं।
रेल राज्यमंत्री ने कहा कि विलंब से चल रही ट्रेनों का परिचालन समय से सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय के कर्मचारियों को संवेदनशील बनाने और रेलमार्ग के रखरखाव का काम जल्द पूरा करने सहित अन्य उपाय किए जा रहे हैं। ट्रैक पर चल रहा काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद बाद सिर्फ राजधानी और शताब्दी ही नहीं, सारी ट्रेनें समय से चलने लगेगी।