महिला और उसके बच्चों को बचाया, खुद हो गए शहीद
RPF के अनुसार, ड्यूटी पर तैनात 50 साल के कॉन्स्टेबल जगबीर सिंह राणा एक महिला की मदद करने आगे बढ़े थे। महिला अपने तीन छोटे बच्चों के साथ ट्रैक क्रॉस कर रही थी। उसी समय 14011 होशियारपुर एक्सप्रेस अप लाइन से पास हो रही थी। जगबीर की नजर महिल पर उस वक्त पड़ी थी जब ट्रेन और महिला के बीच की दूरी काफी कम रह गई थी। जगबीर ने जल्दी से उन्हें धक्का देकर ट्रेन के आगे आने से बचाया। लेकिन उन्हें बचाने के चक्कर में जगबीर सिंह खुद मौत की चपेट में आ गए। दरअसल उसी वक्त डाउन लाइन से कालका-शताब्दी क्रॉस हो रही थी जिसपर जगबीर ने ध्यान नहीं दिया।
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अस्पताल ले जाने से पहले हो चुकी थी मौत
जानकारी के मुताबिक आजादपुर गांव की निवासी है। घटना के बाद वह और उसके बच्चे काफी घबराए हुए थे। इसी दौरान पास से गुजर रहे एक व्यक्ति राजेश ने कॉन्स्टेबल का मोबाइल लिया और दो-तीन लोगों को कॉल कर हादसे की जानकारी दी। उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बहादुरी से बिताई है जिंदगी
शहीद कॉन्स्टेबल जगबीर सोनीपत के निवासी थे। उनके परिवार में पत्नी और चार बच्चे हैं। उन्होंने 27 जुलाई 1989 में RPF जॉइन की थी। अपनी बहादुरी के लिए जगबीर को दो बार रेल राज्य मंत्री और एक बार DRM ने सम्मानित किया था।