रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर सायं करीब 7 बजे से शुरू हुई बैठक रात 12:30 तक चली। सूत्रों के मुताबिक संघ और भाजपा के बीच समय-समय पर होने वाली यह रुटीन बैठकों में से एक रही, लेकिन इस समय चूंकि पार्टी स्तर पर बड़े निर्णय होने हैं, ऐसे में इन बैठकों के मायने बढ़ जाते हैं। इस बैठक में भाजपा से रक्षामंत्री राजनाथ के अलावा गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा प्रमुख रहे, वहीं संघ से सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, सह सरकार्यवाह और संघ-भाजपा समन्वयक अरुण कुमार प्रमुख रहे।
बांग्लादेश में चल रहे उपद्रव के बीच हिंदू आदि अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न रोकने के लिए सरकार स्तर पर क्या कुछ हो सकता है, इसको लेकर संघ ने बैठक में सुझाव दिए। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल खत्म होने के बाद उनके विकल्प के रूप में कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए संभावित नामों पर भी मंथन हुआ। साल के आखिर में हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनाव की तैयारियों में संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर समन्वय के लिए सुझावों का आदान-प्रदान हुआ। इसके अलावा एससी-एसटी आरक्षण पर हालिया आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पार्टी की रणनीति से लेकर लोकसभा चुनाव में कुछ राज्यों में ओबीसी और दलित मतों के नुकसान को आगे के चुनावों में रोकने पर भी चर्चा हुई।