कहा, अन्नदाता को प्रणाम करता हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पत्र में लिखा है कि सरपंच जी, आशा है आप और आपके क्षेत्र के हमारे सभी भाई-बहन स्वस्थ एवं कुशल से होंगे। देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की आहट हो गई है और हमारे सभी किसान भाई-बहन खेती की तैयारियों में लगे होंगे। मैं अच्छे मानसून की कामना के साथ आपके माध्यम से प्रत्येक अन्नदाता को प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि दुनियाभर के देश इस दिवस को उत्साह के साथ मनाते हैं। ऐसी-ऐसी तस्वीरें आईं, जो भारतवासियों को गौरवान्वित करने वाली रही हैं। कोरोना महामारी ने सभी को एहसास कराया है कि हमारे जीवन में स्वास्थ्य का कितना अधिक महत्व है और योग इसमें कितना बड़ा माध्यम है।
आठवें योग दिवस को बनाएं ख़ास
इस योग दिवस को खास बनाने और आम लोगों को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने का आग्रह करते हुए पीएम ने लिख है कि योग दिवस के लिए आप अपने क्षेत्र के किसी प्राचीन या पर्यटन स्थल, नदी- झील या तालाब के किनारे को चिह्नित कर सकते हैं। ऐसी जगह का चयन करें, जहां पर सभी लोग इकट्ठे होकर योग कर सकें।
जल संरक्षण की याद भी दिलाई
पीएम ने अपने पत्र में कहा है कि योग दिवस मनाने के साथ-साथ हमें जल संरक्षण की दिशा में भी गांव के स्तर पर सामूहिक प्रयास जारी रखने हैं। हमें पानी बचाने के साथ-साथ रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे उपायों से गांवों के तालाब, पोखर, कुंड के जरिए वर्षा जल को संरक्षित करना है।