scriptवैज्ञानिकों ने जगाए बर्फ में 48,500 साल से सो रहे कई वायरस | Scientists woke up many viruses sleeping in the snow for 48,500 years | Patrika News

वैज्ञानिकों ने जगाए बर्फ में 48,500 साल से सो रहे कई वायरस

locationनई दिल्लीPublished: Nov 27, 2022 11:23:16 pm

Submitted by:

ANUJ SHARMA

साइबेरिया की पर्माफ्रॉस्ट बर्फ में मिले ज्यादातर सूक्ष्म जीव हिमयुग के, अब स्टडी की जाएगी, ताकि संक्रमण से बचने के तरीके खोजे जाएं

वैज्ञानिकों ने जगाए बर्फ में 48,500 साल से सो रहे कई वायरस

वैज्ञानिकों ने जगाए बर्फ में 48,500 साल से सो रहे कई वायरस

मॉस्को. साइबेरिया की पर्माफ्रॉस्ट (स्थाई तुषार भूमि) बर्फ में 48,500 साल से सो रहे कई वायरस को रूसी वैज्ञानिकों ने पुनर्जीवित किया है। ये रूस के सुदूर पूर्वी इलाके में साइबेरिया की पर्माफ्रॉस्ट की पांच अलग-अलग प्रजातियों से जुड़े हैं। मेगावायरस मैमथ नाम के ये वायरस उस दौर के हैं, जब साइबेरिया में हाथियों के पूर्वज मैमथ घूमते थे। हिमयुग के कई वायरस साइबेरिया की पर्माफ्रॉस्ट बर्फ में दबे हुए हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फ तेजी से पिघल रही है। इससे दबे वायरस बाहर आ सकते हैं। अचानक वायरस का संक्रमण फैलेगा तो खतरा ज्यादा होगा। इसलिए वैज्ञानिक पहले ही इन वायरस को खोज कर उनकी स्टडी करना चाहते हैं, ताकि उनके संक्रमण से बचने का तरीका खोजा जा सके। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे वायरस आम तौर पर पानी वाले वातावरण में जिंदा रहते हंै। इनमें खुद को लंबे समय तक जिंदा रखने की अद्भुत क्षमता होती है।
तीन वायरस 27 हजार साल पुराने

वैज्ञानिकों ने वायरस के सैंपल जमा किए गए हैं। इनमें से कुछ वायरस 48,500 साल पुराने हैं। तब से ये बर्फ में सो रहे थे। इनमें से तीन वायरस सबसे नए हैं। उनकी उम्र 27 हजार साल बताई गई है। इन्हें मेगावायरस मैमथ, पिथोवायरस मैमथ और पैंडोरावायरस मैमथ नाम दिया गया है। इन वायरस को मैमथ के मल से हासिल किया गया। मल मैमथ के बालों में लिपटा हुआ था।
भेडि़ए के पेट से भी दो नए खोजे गए

बर्फ में मृत मिले एक साइबेरियाई भेडि़ए के पेट से भी दो नए वायरस खोजे गए हैं। इनका नाम पैकमैनवायरस लुपुस और पैंडोरावायरस लुपुस है। रूसी वैज्ञानिकों ने पिछले साल भी साइबेरियाई इलाके में करीब 24 हजार साल पुराने एक वायरस का पता लगाया था। यह साइबेरिया के आर्कटिक से सटे बर्फीले इलाके में जमी हुई मिट्टी में दबा था।
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