scriptStatues of Babasaheb will not be found in BJP office | Karnataka Election 2023: भाजपा कार्यालय व मोदी-शाह के क्षेत्र में बाबा साहेब की मूर्तियां नहीं मिलेंगी-मल्लिकार्जुन खरगे | Patrika News

Karnataka Election 2023: भाजपा कार्यालय व मोदी-शाह के क्षेत्र में बाबा साहेब की मूर्तियां नहीं मिलेंगी-मल्लिकार्जुन खरगे

locationनई दिल्लीPublished: May 02, 2023 08:03:06 pm

Submitted by:

Shadab Ahmed

Karnataka Assembly elections 2023: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे की काट में अब दलित कार्ड खेला है। खरगे ने कहा कि हम बाबा साहेब की फोटो को भाग्यदाता समझकर रखते हैं। हमारे क्षेत्रों में बाबासाहेब की मूर्तियां देख सकते हैं। ऐसी मूर्तियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह के निर्वाचन क्षेत्रों के साथ भाजपा कार्यालयों में नहीं मिलेंगी।

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Karnataka Assembly elections 2023: कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी होने के बाद भाजपा ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे का चौतरफा हमला किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया। खरगे खुद के जन्म स्थल बीदर जिले के भालकी पहुंचे, जहां उन्होंने चुनावी सभा में भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे का जवाब अपने तरीके से दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा डॉ अंबेडकर और उनके योगदान का अपमान किया है। भाजपा या आरएसएस के कार्यालय में डॉ अंबेडकर की एक भी तस्वीर नहीं मिलेगी। वे उसका इस्तेमाल सिर्फ वोट लेने के लिए करते है, लेकिन हम उनकी फोटो को भाग्यदाता समझकर रखते है। खरगे ने कहा कि कांग्रेस गौतम बुद्ध, बसवा, महात्मा फुले, महात्मा गांधी और डॉ बी आर अम्बेडकर के सिद्धांतों पर काम करती है। वे हमेशा समाज के कमजोर और दबे-कुचले तबके के लिए लड़ते रहे। ये नेता महान अविस्मरणीय संत हैं। उन्होंने हमें इंसान बनाया। उन्होंने हमें मनुष्य के रूप में जीने का मंत्र सिखाया और आज कांग्रेस उन सिद्धांतों पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के बनाए संविधान की भाजपा ने हमेशा आलोचना की है। मनु के दर्शन संविधान में शामिल नहीं होने के चलते भाजपा ने हमेशा इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि मनु ने हमें मुख्यधारा से बाहर किया। उनके मुताबिक हमें मंत्री या विधायक नहीं बनना था। मनु ने शूद्रों को शिक्षा देने का विरोध किया। उनके दर्शन के अनुसार, महिलाएं और शूद्र स्वतंत्रता का आनंद लेने के योग्य नहीं हैं। हम अति शूद्र हैं, इसलिए हमारा कोई अधिकार नहीं था। लेकिन अंबेडकर ने इसे बदल दिया। उन्होंने हमें एक ऐसा संविधान दिया जो समानता, न्याय और स्वतंत्रता के सिद्धांत पर आधारित था।

‘कर्नाटक मेरा जन्मस्थान, वोट मांगने का पहला हक मेरा’

खरगे ने कहा कि गुजरात का बेटा कहकर मोदी वहां रोड शो और रैलियां कर वोट मांगते हैं। मैं भालकी की मिट्टी में पैदा हुआ हूं। अगर आप गुजरात की मिट्टी में पैदा होकर वहां पहला वोट मांग सकते हो तो कर्नाटक में वोट पाने का पहला हक मेरा है।
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