महज चार घंटे में 10 लाख रुपए जुटाए इसमें कुछ लोगों ने निजी तौर पर धन राशि दी,वहीं काफी लोगों ने क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म केट्टो के माध्यम से मदद दी। एक एनजीओ के संस्थापक राहुल वर्मा की पहल पर लोगों ने मदद की शुरुआत की। केट्टो पर 16 दिनों में 24 लाख जुटाने का लक्ष्य रखा गया था,पर वहां महज 4 घंटे में करीब 10 लाख रुपए की राशि जुटा ली गई। इनमें 500 लोगों ने 15 रुपये से 50 हजार तक की राशि दान की। एक अनुमान के अनुसार पूरे दिन चले इस अभियान में करीब 27 लाख रुपये की मदद आ चुकी है। अनिल की मौत शुक्रवार को दिल्ली जल बोर्ड के सीवर की सफाई के दौरान पश्चिमी दिल्ली के डाबरी इलाके में हो गई थी। स्थानीय नागरिक सतबीर काला ने अनिल को निजी तौर पर सफाई के लिए बुलाया था। अनिल बेहद गरीब था और घर में कमाने वाला इकलौत सदस्य था। उसके तीन बच्चे हैं।
कमजोर थी कमर में बांधने वाली रस्सी गौरतलब है कि सफाई कर्मी अनिल के साथ उसका साथी रमेश भी था। उसने बताया कि वह और अनिल एक दूसरी साइट पर काम कर रहे थे। करीब शाम सात बजे उनके पास सतबीर काला का फोन आया कि उनके इलाके का सीवर पाइप चोक हो गया है, इसे साफ करना है। अनिल को पैसे का लालच दिया गया। ऐसे में वे दोनों सीवर की सफाई के लिए वहां पहुंचे। इस दौरान काला ने उन्हें एक पुरानी रस्सी देकर सीवर में उतरने को कहा। रमेश ने इसका विरोध भी किया मगर अनिल रस्सी कमर में बांधकर सीवर में उतर गया। उतरने के कुछ मिनट बाद ही सीवर से अनील के चीखने आवाज आई, उसका पैर फिसल गया था। इस दौरान रस्सी पर जोर पड़ा और वह टूट गई। अनिल 20 फीट गहरे सीवर जा गिरा। बाद में पुलिस की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।