पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक 28 वर्षीय शख्स ने बताया कि वह एक किचन सुपरवाइजर के पद पर काम करता है। उसे पत्नी के इलाज के लिए पैसे की जरूरत थी। उसने 28 मार्च को गूगल प्ले स्टोर पर जाकर एक लोन ऐप देखा। ऐप ने पीडि़त से मोबाइल एक्सेस मांगा, मजबूरी में शख्स ने एक्सेस दे दिया, जिसमें फोटो गैलेरी और कॉन्टेक्ट लिस्ट भी शामिल थी। इसके बाद उसके पास मैसेज आया कि आपको पचास हजार रुपए को लोन मिलेगा। यह लोन 90 दिन में वापस करना होगा। इस शख्स ने ओके बटन दबाया तो पचास हजार की जगह मात्र पांच हजार रुपए खाते में आए। यह राशि एक सप्ताह में चुकानी थी। पीडि़ता का कहना है कि उसने तय समय में ऐप को ब्याज सहित 8200 रुपए चुका दिए। पीडि़त ने बताया कि इसके बाद ऐप के वसूली एजेंट ने उसकी मॉफ्र्ड अश्लील फोटो और वीडियो वॉट्सऐप पर भेजीं और धमकाया कि उन्हें रुपए नहीं दिए तो मोबाइल के सभी कॉन्टेक्ट नंबरों पर ये अश्लील फोटो और वीडियो भेज देंगे। इन जालसाजों ने अलग—अलग बीस नंबरों से करीब दो सौ अश्लील फोटोज और वीडियो शख्स को भेजे। दबाव में आकर पीडि़त ने करीब डेढ़ लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी ब्लैकमेलिंग का सिलसिला नहीं रुका और शख्स से करीब 4.28 लाख रुपये ले लिए गए।
अश्लील फोटो परिचितों को भेजे
4.28 लाख रुपये देने के बाद जब पीडि़त ने वसूली एजेंटों को बताया कि वह अब और रुपए नहीं दे सकता तो बदमाशों ने उसके ये अश्लील फोटो और वीडियो मोबाइल के सभी कॉन्टेक्ट नंबरों पर भेज दिए। पीडि़त ने पुलिस को वो नंबर भी दिए हैं, जिनसे उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
4.28 लाख रुपये देने के बाद जब पीडि़त ने वसूली एजेंटों को बताया कि वह अब और रुपए नहीं दे सकता तो बदमाशों ने उसके ये अश्लील फोटो और वीडियो मोबाइल के सभी कॉन्टेक्ट नंबरों पर भेज दिए। पीडि़त ने पुलिस को वो नंबर भी दिए हैं, जिनसे उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दो माह में 47 मामले दर्ज, एक का ही खुलासा
मुंबई पुलिस ने मार्च-अप्रैल के बीच 47 लोन ऐप धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से वह केवल एक मामले को ही सुलझा सकी है। पिछले साल 42 मुकदमे दर्ज हुए थे और उनमें से केवल पांच को ही सुलझ सके थे। हालांकि, मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि इस तरह की सैकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन पीडि़त प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आना चाहते।