नई दिल्लीPublished: Sep 16, 2023 08:30:37 pm
Suresh Vyas
- लोक भाषाएं हमारी सभ्यता, संस्कारों और परंपराओं की रक्षक- विनोद बछेती
- गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी को मिले उचित स्थान
नई दिल्ली। उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली की ओर से उत्तराखंड की भाषाओं के 150 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। शनिवार को यहां दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच वर्ष 2012 से उत्तराखण्ड की लोक भाषाओं को बचाने के लिए अभियान चला रहा है। इसी के तहत हर वर्ष दिल्ली-एनसीआर में गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी भाषा की मुफ्त कक्षाएं चलाई जाती हैं। इस साल भी दिल्ली-एनसीआर में 41 जगहों पर कक्षाएं चलाई गई थी इन कक्षाओं में पढ़ाने वाले 150 शिक्षकों को उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच की ओर से सम्मानित किया गया।