इस महान देश की उपलब्धियों का निरादर करने वालों को जवाबदेह बनाने के लिए जन आंदोलन जरूरी : जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति
नई दिल्लीPublished: Mar 11, 2023 10:34:17 pm
अनुराग मिश्रा, मेरठ
हम लोकतंत्र के मंदिरों का इस तरह अनादर होते हुए नहीं देख सकते। लोकतंत्र के मंदिर की मर्यादा को कम करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है,हम न केवल सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, हम लोकतंत्र की जननी भी हैं। ये बातें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में आयुर्वेद महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहीं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे।


उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों परोक्ष रूप से जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग आरोप लगाते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद में माइक बंद कर दिया जाता इससे बड़ा असत्य और कुछ नहीं हो सकता। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जोर देते हुए कहा कि राज्यसभा, लोकसभा, विधानसभा जैसे लोकतंत्र के मंदिरों के सदस्यों का व्यवहार आदर्श हो, ऐसा माहौल बनाने का समय आ गया है। पर ये कैसे होगा- इसके लिए आप सभी को प्रयासरत होना होगा, जनांदोलन करना होगा। उन सभी को जवाबदेह बनाना होगा जो इस महान देश की उपलब्धियों का निरादर करते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष मंत्रालय बेहतरीन कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह महासम्मेलन पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है। राज्यपाल ने कहा कि भारत आयुर्वेद का मूल स्थल है। आयुर्वेद महासम्मेलन मैं बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति 9 वर्ष के अंदर लंबी छलांग लगाकर दुनिया में छाने की स्थिति में है तो इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है। जिन्होंने पहली बार परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा को लेकर आयुष मंत्रालय का गठन किया। दुनिया 2016 से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रही है।