महिला ने रिपोर्ट में बताया कि वह पेट्रोलियम कंपनी में कार्यकारी सहायक है। कंपनी के महाप्रबंधक 21 हजार रुपए में फर्नीचर बेचना चाहते थे। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन प्लेटफार्म क्विकर पर ग्राहक मिला था। महाप्रबंधक ने महिला से कहा कि वह ऑनलाइन लेन-देन के लिए पेटीएम का उपयोग नहीं करते हैं, इसलिए वह ग्राहक से भुगतान ले लें। महिला ने 3 जुलाई को उस व्यक्ति से संपर्क किया। व्यक्ति ने एक क्यूआर कोड भेजा और कहा कि वह इसे स्कैन कर ले। इससे 21,000 रुपए का भुगतान हो जाएगा। महिला ने जैसे की कोड स्कैन कर पिन नंबर डाला, उसके खाते से राशि डेबिट हो गई। पुलिस में दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के मुताबिक साइबर ठग ने महिला से कहा कि यह तकनीकी गलती थी। उसके बाद इसी तरह महिला से लेन-देन कर 1,60,000 रुपए ठग लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस तरह ठगा
महिला ने बताया कि अगले दिन ठग ने उसे फिर फोन कर खाता नंबर मांगा। ठग ने उससे सत्यापन के लिए 500 रुपए भेजने के लिए कहा। महिला ने 500 रुपए भेजे तो ठग ने 1000 रुपए वापस कर दिए। इससे महिला आश्वस्त हो गई। इसके बाद ठग ने कहा कि वह 94,000 रुपए भेज दे, वह 21,000 रुपए के साथ पूरी राशि वापस कर देगा। इस दौरान महिला ने 3.77 लाख रुपए का भुगतान कर दिया।