जनरल बिपिन रावत को भरोसा, भारत अगला युद्ध स्वदेशी हथियारों से लड़ेगा भी और जीतेगा भी मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि हत्यारोपी सागरदिघी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गांव साहापुर का युवक उत्पल बेहरा है। पुलिस ने इसे सोमवार रात को गिरफ्तार किया। उत्पल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
बता दें कि संघ कार्यकर्ता और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधुप्रकाश पाल, पत्नी ब्यूटी और बेटे अंगन (8) के शव विजयदशमी के दिन उनके घर में खून से लथपथ पाए गए थे। #Breaking: चंद्रयान 2: आज मिल जाएगी बड़ी सबसे खुशखबरी, हो गया है तारीख का ऐलान
मुकेश ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि बंधुप्रकाश पाल बीमा एजेंट के रूप में भी काम करता था। हत्यारोपी उत्पल बेहरा और बंधुप्रकाश में जान-पहचान थी। मुकेश ने कहा, “बेहरा ने दो बीमा पॉलिसी के प्रीमियम के तौर पर पाल को 48,000 रुपये दिए। लेकिन पाल ने बेहरा को केवल 24,000 रुपये की रसीद दी। कई बार आग्रह करने के बाद भी पाल ने न ही पैसे वापस लौटाए और न ही रसीद दी।”
अभी-अभी सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा खुलासा, पाकिस्तान में इतने बड़े कांड की हो रही… उन्होंने आगे बताया, “बेहरा के पिता ने भी पैसे या फिर रसीद की मांग को लेकर कई बार पाल से स्कूल में मुलाकात की, लेकिन उसपर कोई असर नहीं हुआ। जब बेहरा ने पाल से इस बाबत सवाल पूछा तो पाल ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। पाल द्वारा निजी टिप्पणी से आहत, बेहरा ने उसे खत्म करने का फैसला लिया।”
बेहरा ने एक धारदार हथियार खरीदा। इसके बाद बीते 8 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन पाल के घर पहुंचा। एसपी ने कहा, “जैसे ही पाल ने दरवाजा खोला, बेहरा ने पीछे से उसपर हमला कर दिया। उसके बाद उत्पल दूसरे कमरे में गया और पहले पाल की पत्नी ब्यूटी और फिर उसके आठ वर्षीय बेटे की हत्या कर दी। तीनों हत्याएं दोपहर 12.06 से 12.11 बजे के बीच पांच मिनट के अंदर की गईं।”
बड़ी खबरः अपने कार्यकर्ता की मौत को बेकार नहीं जाने देगा आरएसएस, कर दी बड़ी घोषणा और उठाया यह… जब स्थानीय दूधवाला पाल के दरवाजे को खुला देख उसके घर गया तो बेहरा वहां से फरार हो गया। पाल के जियागंज घर की तलाशी लेने के बाद, पुलिस को खून से सने उसके नाम वाले बीमा पेपर से हत्या में बेहरा की संलिप्तता का संकेत मिला।
पुलिस के अनुसार, पाल कई बीमा कंपनियों से जुड़ा हुआ था और शिक्षक के रूप में अपने पद का इस्तेमाल लोगों को बीमा पॉलिसी करवाने में करता था। इस हत्याकांड से राज्य की राजनीति गरमा गई थी। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दावा किया था कि पाल पिछले कुछ महीनों से आरएसएस के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘मिलन’ में भाग लेता था। भाजपा ने इसे एक राजनीतिक हत्या बताया था और इसका आरोप राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगाया था।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल मिला राष्ट्रपति से दूसरी तरफ इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, एसएस अहलूवालिया, मुकुल रॉय समेत पार्टी के कई नेता शामिल थे।