ग्रामीण भारत की महिला शिल्पकार पर्यावरण संरक्षण के लिए अग्रसर होकर काम कर रही हैं। कागज की रद्दी और कॉटन वेस्ट को रिसाइकल करके कई प्रकार के हैंडमेड प्रोडक्ट ग्रामीण महिला शिल्पकार बना रही हैं। इससे न सिर्फ कागज को रिसाइकल करके पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए एक बेहतर योगदान दिया जा रहा है। बल्कि यह व्यवसाय के माध्यम से भी काफी अनुकूल और लाभदायक हो रहा है। राजस्थान के जयपुर जिले के सांगानेर तहसील की महिला शिल्पकारों द्वारा इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (IITF) में अपने प्रोडक्ट प्रदर्शित किया गया।
नई दिल्ली•Nov 27, 2022 / 06:22 pm•
Rahul Manav
कागज की रद्दी और कॉटन वेस्ट को रिसाइकल करते हुए तैयार किए गए हैंडमेड प्रोडक्ट को कोमल शर्मा ने ट्रेड फेयर में प्रदर्शित किया। वह एक सेल्प हेल्प ग्रुप (SHG) से जुड़ी हुई हैं। उनके साथ 70 महिलाएं इन वस्तुओं को बना रही हैं।
Home / New Delhi / Women Artisans: पर्यावरण संरक्षण के रंग बिखेर रही हैं ग्रामीण भारत की महिला शिल्पकार, कागज की रद्दी व कॉटन वेस्ट को कर रही हैं रिसाइकल