आधे घंटे की बैठक में बन गई दो प्रदर्शनों की रणनीति
इंदौरPublished: Sep 22, 2021 09:51:56 pm
25 को रीगल पर और 28 को संभागायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन की तैयारीकांग्रेस नेता के जिलाबदर के खिलाफ संभागायुक्त से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता
शहर कांग्रेस कार्यालय में बैठक हुई।,शहर कांग्रेस कार्यालय में बैठक हुई।,शहर कांग्रेस कार्यालय में बैठक हुई।
इंदौर. कांग्रेस अब जनता की ओर अपने कार्यकर्ताओं के लिए पूरे सप्ताह जमीन पर उतरकर प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। बुधवार को कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में एक साथ दो प्रदर्शनों का निर्णय लिया गया। पहला प्रदर्शन २५ अप्रैल को रीगल तिराहे पर कांग्रेस करेगी। वहीं दूसरा प्रदर्शन 28 अप्रैल को संभागायुक्त कार्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की अगुआई में होगा।
कांग्रेस ने महंगाई, कोविड में मृतकों को मुआवजा देने, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर पूरे देश में प्रदर्शन का निर्णय लिया है। बुधवार को शहर कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के साथ ही विधायक जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, प्रदेश सचिव राजेश चौकसे, सुरजीतसिंह चड्ढा, पिंटू जोशी चिन्टू चौकसे आदि नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक हुई। इस बैठक में दो बड़े प्रदर्शन को लेकर नेताओं ने चर्चा की। पहला प्रदर्शन कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर 25 सितंबर को रीगल तिराहे पर करेगी। इसमें कांग्रेस के साथ ही आमजन को भी शामिल करने के लिए कांग्रेस घर-घर दस्तक देगी। इसके अलावा कांग्रेस नेता राजू भदौरिया पर जिलाबदर की कार्रवाई के खिलाफ 28 सितंबर को संभागायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन की तैयारी की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजयसिंह के नेतृत्व में होने वाले इस प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं रोकी गई तो जेलभरो आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
संभागायुक्त से मिलने पहुंचे नेता
आधे घंटे में दोनों प्रदर्शनों की रणनीति बनाने के बाद सभी कांग्रेस नेता सीधे संभागायुक्त कार्यालय पहुंचे। यहां संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा से कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात की। इस दौरान उन्हें बताया गया कि भदौरिया बीते 32 साल से राजनीति कर रहे हैं और उनके खिलाफ जो मुकदमे दर्ज हैं वो भी केवल राजनीतिक है। बीते दिनों एक बोरिंग कराने को लेकर भाजपा के नेताओं ने उनका विरोध किया था, जिसके बाद से ही उन पर जिलाबदर की तैयारी की जा रही थी। ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है इसे खत्म किया जाए। इस दौरान संभागायुक्त ने सभी से इस मामले में कलेक्टर से चर्चा करने का आश्वासन उन्हें दिया।