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ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से रोड निर्माण में हो रहा भ्रष्टाचार

locationनरसिंहपुरPublished: Mar 27, 2018 05:24:49 pm

Submitted by:

ajay khare

मारेगांव से कें करा पहुंचमार्ग का मामला

यहां सड़क बनते ही उखडऩे लगी गिट्टी ठेकेदार की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश

यहां सड़क बनते ही उखडऩे लगी गिट्टी ठेकेदार की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश

सालीचौका। मारेगांव से केंकरा पहुंच मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तीन करोड़ 24 लाख की लागत से किया जा रहा है, जो कि शुरू से ही विवादों में रहा है। जिन ग्रामों से होते हुए यह रोड बनाया जा रहा है। इन ग्रामों के व्यक्ति आजादी के बाद से अभी तक रोड से महरूम थे। लेकिन सरकार की कल्याणकारी योजना के तहत रोड निर्माण आरंभ हुआ। इसमें ग्रामीणों का आरोप है कि रोड का बेस बनाने के लिए रोड के ही बाजू की मिट्टी खोदकर डाल दी गई है। जिससे कि रोड के बाजू में खाईयां तैयार हो गई हैं, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीं रोड का बेस बनाने में बजरा एवं गिट्टी की मोटाई 12 इंच होनी चाहिए, जो कि कहीं पर पांच इंच तो कहीं पर सिर्फ दो इंच ही है। अत: लोगों का कहना है कि इतने घटिया बेस के रोड की उम्र क्या होगी यह सभी जान सकते हैं। जीवन में पहली बार बनने वाला रोड क्या बनते ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा। इन सभी स्थितियों की शिकायत कुछ जागरूक व्यक्तियों द्वारा पीएमओ ऑफिस एवं ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा भी अधिकारियों को की गई है। लेकिन अधिकारियों द्वारा इसओर ध्यान न देना साफ करता है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को ठेकेदारों एवं अधिकारियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है।
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यहां सड़क बनते ही उखडऩे लगी गिट्टी
ठेकेदार की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश
कौंडिया। चिर्रिया से सडूमर मार्ग की सात किमी की नई नवेली सड़क बनने के बाद ही चंद दिनों में उखड़ गई। जिस पर संबंधित ठेकेदार कभी कभार थेगड़े लगाकर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। लोगों के अनुसार सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार के गुणवत्ता विहीन और मनमानी पूर्ण कार्य के कारण सड़क पर जगह जगह गडढे हो गए हैं। जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, सड़क की नुकीली गिट्टी राहगीरों के लिए दुर्घटना का कारण भी बन रही है। यहां राव राजेंद्र सिंह, राव विक्रम सिंह, प्रमोद राव, कुवंर शैलेष सिंह, सुरेंद्र सिंह, राव राजेश सिंह आदि नागरिकों में ठेकेदार के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। क्षेेत्र के तमाम आला अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी यहां के हाल से वाकिफ होने बाद भी जनता की समस्या से कोसो दूर हैं। ग्रामीणो ने प्रशासन के उच्चाधिकारियों से शीघ्र ही सड़क निर्माण कराने की अपेक्षा की है। सड़क की हालात बेहद खराब स्थिति में है। जनहित के लिए प्रशासन को इस दिशा में सुधार के प्रयास करना चाहिए।
वाहन चालकों को खतरा
वैैसे तो कौंडिया सडूमर मार्ग से अनेक ग्रामीणों तथा शासकीय कर्मचारियों का आना जाना लगा रहता है। मार्ग पर गडढों के कारण सडकों की स्थिति और भी दयनीय हो गई है, जगह जगह पानी भरने से कई स्थानों पर सड़क कट गई, कई गडढे तो खाईयों के रूप में तब्दील हो गए हैं। कौडिय़ा और महगवां के पास रानी अवंतीबाई नहर परियोजना में पानी निकासी के लिए पुलिया खोदी गई वह भी अधूरी पड़ी है।
ग्रामीणों में आक्रोश
वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर रास्त पार करना पडता है, जिसमें कभी भी गंभीर हादसे का भय बना रहता है। ग्राम की सरंपच मोना कोरव, हक्कू भैया, प्रदीप कौरव, चौ. गजेंद्र सिंह, रज्जू भैया, राजेंद्र अतरोलिया महगवां, अनिल ढिमोले, सेवा निवृत्त शिक्षक पंचम विश्वकर्मा, राममनोहर ढिमोले, रामशंकर ढिमोले आदि ने बताया मार्ग पर कौंडिय़ा-सडूमर के बीचोबीच पुलिया की हालात बेहद खराब स्थिति में है। जहा से दुपहिया वाहन निकालने में भारी परेशानी होती है,सड़कें सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग पूरी तरह से सुस्त है, जिसका खामियाजा वाहन चालकों को उठाना पड़ रहा है, जनहित के लिए सड़को में प्रशासन को सुधार के प्रयास करना चाहिए।

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